नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष की स्थिति केवल इन दो देशों पर ही असर नहीं डालेगी, बल्कि दुनिया के सभी देशों को प्रभावित करेगी। खेलों की बात करें तो पाकिस्तान में पीसीएल (पीएसएल 10) का आयोजन करना अब संभव नहीं रह गया है। इस टी20 लीग को अब यूएई में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया है। पीएसएल के कार्यक्रम में बदलाव का असर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैलेंडर पर भी नजर आएगा।
पीएसएल का फाइनल पाकिस्तान में 18 मई को होना था, लेकिन 8 मई को होने वाला मैच अब रद्द कर दिया गया है। अब यह तय नहीं है कि लीग के अगले मैच कब होंगे। पाकिस्तान ने भले ही पीएसएल को यूएई में स्थानांतरित किया हो, लेकिन जब तारीखें तय नहीं हैं, तो आगे का कार्यक्रम क्या होगा, ये भी स्पष्ट नहीं है। पीएसएल में कुल 8 मैच होंगे, जिनमें फाइनल भी शामिल है।
विशेष बात यह है कि पाकिस्तान को पीएसएल के एक सप्ताह बाद बांग्लादेश के खिलाफ एक श्रृंखला खेलनी है। ऐसे में बांग्लादेश का पाकिस्तान दौरा भी खतरे में पड़ा हुआ है। अगर पाकिस्तान अपने देश में पीएसएल का आयोजन नहीं कर पा रहा है, तो बांग्लादेश की टीम पाकिस्तान कैसे आएगी, यह भी सवाल है। पाकिस्तान के खिलाफ भारत की कार्रवाई के बाद स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
यदि पाकिस्तान और बांग्लादेश किसी तीसरे देश में श्रृंखला खेलने पर सहमत होते हैं, तो पीएसएल उस बीच में आ सकता है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) चाहता है कि पीएसएल बांग्लादेश श्रृंखला से पहले पूरा हो जाए। पीसीबी के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने स्पष्ट कहा है कि वह किसी भी कीमत पर पीएसएल का आयोजन करना चाहते हैं ताकि खिलाड़ियों का मनोबल बना रहे।
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हालांकि मोहसिन नकवी खिलाड़ियों की मानसिक स्थिति की बात कर रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि विदेशी खिलाड़ी पाकिस्तान में क्रिकेट खेलने के लिए सहमत नहीं हो रहे हैं। अगर पीएसएल नहीं हो पाता है, तो पाकिस्तान की विश्व स्तर पर प्रतिष्ठा को और नुकसान होगा, जो पहले से ही खराब है। ऐसे में अगर पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच श्रृंखला का कार्यक्रम बदलता है या कुछ मैचों में कटौती होती है, तो यह कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी।