Password: छत्तीसगढ़ में ‘पासवर्ड किसी अंजान को न बताएं’ की चेतावनी



जिले में साइबर जन जागरूकता रथ का शुभारंभ शनिवार को जिले में वरिष्ठ जिला पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने साइबर जन जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह…

Password: छत्तीसगढ़ में ‘पासवर्ड किसी अंजान को न बताएं’ की चेतावनी

जिले में साइबर जन जागरूकता रथ का शुभारंभ

शनिवार को जिले में वरिष्ठ जिला पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने साइबर जन जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रथ जिले में सामुदायिक पुलिसिंग के तहत आयोजित हमर पुलिस, हमर गांव एवं हमर पुलिस, हमर बाजार कार्यक्रम के अंतर्गत चलाया जाएगा। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य आम जनता को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करना है, ताकि लोग सुरक्षित रह सकें और इन अपराधों का शिकार न बनें।

इस अवसर पर एसएसपी रामकृष्ण साहू ने फेसबुक, वाट्सऐप, इंस्टाग्राम, ट्विटर, यू ट्यूब और गूगल सर्च इंजन के माध्यम से होने वाले साइबर अपराधों जैसे चिटफंड, फर्जी कॉल, ठगी आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने लोगों से निजी जानकारी जैसे बैंक खाता नंबर, एटीएम कार्ड, पिन, ओटीपी, पासवर्ड आदि किसी अनजान व्यक्ति को न देने की सलाह दी। इस जागरूकता अभियान का उद्देश्य लोगों को साइबर सुरक्षा के प्रति सजग करना है।

साइबर फ्रॉड से बचाव के उपाय

एसएसपी ने आगे कहा कि लोगों को अपने आधार नंबर को सुरक्षित रखना चाहिए और किसी भी प्रकार की शंका होने पर अपने बैंक से तुरंत संपर्क करना चाहिए। उन्होंने बताया कि साइबर अपराधों के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है, इसलिए इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम बेहद आवश्यक हैं।

इस दौरान, एएसपी ज्योति सिंह ने भी उपस्थित लोगों को साइबर फ्रॉड से बचाव के उपाय समझाए। उन्होंने बताया कि किसी भी अंजान व्यक्ति की कॉल, वीडियो कॉल या ऑनलाइन लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। यह कदम उठाकर लोग अपने आपको साइबर ठगी से बचा सकते हैं। उप पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार झा ने कहा कि यह कार्यक्रम 10 नवंबर तक लगातार चलेगा।

सामुदायिक सहयोग से जागरूकता का विस्तार

इस जागरूकता रथ अभियान के तहत जिले के स्कूल, कॉलेज, सामाजिक संगठन और आवासीय कॉलोनियों में जागरूकता शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों का उद्देश्य लोगों को साइबर सुरक्षा के विषय में जानकारी देना और उन्हें इस दिशा में जागरूक करना है। जिले में इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन लोगों की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों को देखते हुए ऐसा लगता है कि यह अभियान समय की आवश्यकता है। आम जनता को साइबर अपराधों के प्रति सजग करना और उन्हें सुरक्षित रहने के उपाय बताना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है। पुलिस विभाग का यह कदम निश्चित रूप से लोगों के लिए एक सहारा साबित होगा।

साइबर अपराधों के खिलाफ सामुदायिक जागरूकता

  • साइबर अपराधों की बढ़ती घटनाएँ
  • सुरक्षित ऑनलाइन व्यवहार के लिए आवश्यक उपाय
  • साइबर ठगी से बचने के लिए सजग रहना

इस प्रकार, साइबर जन जागरूकता रथ का यह अभियान न केवल लोगों को जानकारी प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें सिखाएगा कि कैसे वे अपने और अपने परिवार के लिए एक सुरक्षित ऑनलाइन वातावरण बना सकते हैं। आने वाले दिनों में इस प्रकार के प्रयासों से जिले में साइबर सुरक्षा को और अधिक मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।

कुल मिलाकर, यह कार्यक्रम जिले के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो उन्हें साइबर अपराधों से बचाने की दिशा में एक ठोस कदम है। पुलिस विभाग की यह पहल निश्चित रूप से एक नई शुरुआत साबित होगी, जो लोगों को जागरूक करने और उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने में सहायक होगी।

छत्तीसगढ़ समाचार हिंदी में

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