NSUI का गृहमंत्री आवास घेराव: पुलिस ने बैरिकेड पर झूमाझटकी के दौरान 12 से अधिक कार्यकर्ताओं को किया हिरासत में



रायपुर में NSUI का प्रदर्शन: गृहमंत्री निवास का घेराव करने का प्रयास राजधानी रायपुर में नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के कार्यकर्ताओं का गुस्सा सड़कों पर देखने को मिला।…

NSUI का गृहमंत्री आवास घेराव: पुलिस ने बैरिकेड पर झूमाझटकी के दौरान 12 से अधिक कार्यकर्ताओं को किया हिरासत में

रायपुर में NSUI का प्रदर्शन: गृहमंत्री निवास का घेराव करने का प्रयास

राजधानी रायपुर में नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के कार्यकर्ताओं का गुस्सा सड़कों पर देखने को मिला। गृहमंत्री विजय शर्मा के निवास का घेराव करने के इरादे से निकले सैकड़ों NSUI कार्यकर्ताओं को पुलिस ने ओसीएम चौक पर रोक दिया। इस दौरान बैरिकेडिंग पर झूमाझटकी और उच्च स्तर का तनाव उत्पन्न हो गया।

NSUI का आरोप: अपराध और नशे का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है

NSUI कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में अपराध और नशे का कारोबार तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसके खिलाफ आवाज उठाने वाले छात्र नेताओं पर झूठी FIR दर्ज कर उन्हें दबाने का प्रयास किया जा रहा है। इस प्रदर्शन का नेतृत्व NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे ने किया, जिनके साथ प्रदेश के कई वरिष्ठ पदाधिकारी और सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।

बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश के दौरान झड़प

गृहमंत्री निवास तक पहुंचने से पहले, पुलिस ने ओसीएम चौक पर बैरिकेड लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोक दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झूमाझटकी हुई। कई कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की, जिसके परिणामस्वरूप पुलिस को कुछ कार्यकर्ताओं को घसीटते हुए और कुछ को कंधों पर उठाकर पीछे करना पड़ा। घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई।

राजनीतिक दबाव का आरोप

NSUI ने यह भी कहा कि प्रदेश में अपराधों की बढ़ती संख्या के बावजूद सरकार चुप्पी साधे हुए है। उदाहरण के लिए, रायबरेली में एक दलित की मौत पर भाजपा सरकार की खामोशी और छात्रों तथा कांग्रेस नेताओं पर झूठी FIR दर्ज करने के पीछे राजनीतिक दबाव की स्पष्टता है।

NSUI का चेतावनी: उग्र आंदोलन का संकेत

NSUI नेताओं ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि सरकार ने झूठी FIR वापस नहीं ली और अपराध रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए, तो संगठन राज्यभर में उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा।

कांग्रेस का आरोप: विरोध की आवाज़ को दबाने का प्रयास

NSUI के प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे ने कहा कि भले ही आज उन्हें गृहमंत्री के बंगले जाने से रोका गया हो, लेकिन वे जल्द ही मुख्यमंत्री हाउस का घेराव करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस ने बदसलूकी और मारपीट की है। यह सिर्फ NSUI की लड़ाई नहीं है, बल्कि हर उस युवा की लड़ाई है जो अपने सवालों के जवाब चाहता है। यदि सरकार नशे और अपराध पर चुप बैठी रहेगी, तो सवाल उठेंगे और आवाजें भी उठेंगी।

NSUI की अगली रणनीति की घोषणा

NSUI नेताओं ने यह स्पष्ट किया कि उनका आंदोलन यहीं खत्म नहीं हुआ है। बलौदाबाजार, दुर्ग, बिलासपुर, अंबिकापुर सहित कई प्रमुख शहरों में भी जल्द ही प्रदर्शन होने की योजना बनाई जा रही है। इसके माध्यम से वे अपनी आवाज को और अधिक मजबूती से उठाने का प्रयास करेंगे।

इस प्रकार, NSUI का यह प्रदर्शन केवल एक स्थानीय मुद्दे का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह छात्रों की व्यापक समस्याओं और उनके अधिकारों के लिए एक संघर्ष का हिस्सा है। संगठन ने स्पष्ट किया है कि वे आगे भी अपनी मांगों के लिए संघर्ष जारी रखेंगे और किसी भी प्रकार की राजनीतिक दमन का सामना करने के लिए तैयार हैं।

छत्तीसगढ़ समाचार हिंदी में

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