Murder: दुर्ग में दादी-पोती का मर्डर, तीसरा आरोपी गिरफ्तार



दुर्ग जिले में दादी-पोती का मर्डर: तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में दादी और उसकी पोती की हत्या के मामले में पुलिस ने तीसरे आरोपी को भी…

Murder: दुर्ग में दादी-पोती का मर्डर, तीसरा आरोपी गिरफ्तार

दुर्ग जिले में दादी-पोती का मर्डर: तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में दादी और उसकी पोती की हत्या के मामले में पुलिस ने तीसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पहले ही दो आरोपी पकड़े जा चुके हैं। तीनों आरोपियों ने मिलकर 6 मार्च 2024 को दादी और पोती को धारदार हथियार से मारा था। यह घटना पुलगांव थाना क्षेत्र में हुई थी, जिसने पूरे इलाके में दहशत फैला दी थी।

अफेयर का खुलासा और हत्या की योजना

मुख्य आरोपी का मृतक नाबालिग लड़की के साथ अफेयर था, जबकि उसकी सगाई किसी और से हो चुकी थी। जब यह बात नाबालिग लड़की को पता चली, तो उसने अपनी सहेलियों से कहा कि वह अपने बॉयफ्रेंड और उसके परिवार को बर्बाद कर देगी। इस बात का पता चलते ही आरोपी ने अपनी गर्लफ्रेंड और उसकी दादी की हत्या करने की योजना बनाई।

18 महीने बाद पुलिस ने इस हत्या के मामले को सुलझाने में सफलता हासिल की। जांच में पता चला कि आरोपी चुमेन्द्र निषाद ने अपने दो साथियों, पंकज निषाद और मार्शल राजपूत के साथ मिलकर इस क्रूर हत्या को अंजाम दिया था।

हत्या की घटना का विवरण

घटना के दिन 6 मार्च 2024 को ग्राम गनियारी में बुजुर्ग महिला और उसकी नाबालिग पोती का शव उनके घर में खून से लथपथ मिला था। दोनों के शरीर पर धारदार हथियार से किए गए कई वारों के निशान थे। घटना की जानकारी मिलते ही एफएसएल, फिंगर प्रिंट, डॉग स्क्वॉड और वरिष्ठ अधिकारियों की टीम तुरंत मौके पर पहुंची।

जांच की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया, जिसमें राजपत्रित अधिकारी और एसीसीयू के अधिकारी शामिल थे। इस टीम ने 62 संदिग्धों से पूछताछ की और उनके आपराधिक रिकॉर्ड की गहन जांच की। तकनीकी और वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने के लिए अहमदाबाद और रायपुर में भी कई संदिग्धों का ब्रेन मैपिंग, पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट कराया गया।

मुख्य आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी

जांच के दौरान यह पता चला कि मुख्य आरोपी चुमेंद्र निषाद का वृद्धा के परिवार की एक महिला से अवैध संबंध था। जब उसकी सगाई हुई, तो इस रिश्ते के उजागर होने की आशंका से घबराकर उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई। तीनों ने रात के अंधेरे में घर में घुसकर दादी और पोती पर हमला कर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद सबूत मिटाने की कोशिश भी की गई।

पुलिस की कार्रवाई और आरोपी की रिमांड

पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पहले ही दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हालांकि, तीसरा आरोपी मार्शल राजपूत फरार था, जिसे अब पुलिस ने पकड़ लिया है। सभी तीन आरोपियों को न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। इस मामले में एसएसपी दुर्ग द्वारा गठित विशेष टीम, थाना पुलगांव और एसीसीयू की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की है।

समाज पर असर और उपसंहार

इस घटना ने न केवल दुर्ग जिले में बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में एक गहरी छाप छोड़ी है। हत्या के पीछे का कारण पारिवारिक अवैध संबंधों के खुलासे का भय था, जिसने एक दादी और उसकी पोती की जान ले ली। इस प्रकार की घटनाएं समाज में चिंता और भय का माहौल पैदा करती हैं।

इस मामले की जांच और गिरफ्तारी ने यह साबित कर दिया है कि पुलिस अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए अपराधियों को सजा दिलाने के लिए तत्पर है। ऐसा प्रतीत होता है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समाज में भी जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है, ताकि किसी भी प्रकार के अपराध को रोकने में मदद मिल सके।

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दुर्ग जिले में दादी और उसकी पोती की हत्या के मामले में आरोपी का नाबालिग लड़की के साथ अफेयर था, जबकि उसकी सगाई किसी और से हो चुकी थी। यह मामला न केवल हत्या के कारणों को उजागर करता है, बल्कि समाज में बढ़ती अवैध संबंधों की समस्याओं को भी सामने लाता है।

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