Exclusive: छत्तीसगढ़ में IIIT स्टूडेंट्स ने 3000 अश्लील फोटोज देखकर रो पड़ीं, आरोपी रहीम ने AI से की मॉर्फिंग, क्लासमेट्स को बनाया शिकार



नवा रायपुर IIIT में अश्लील तस्वीरों का मामला: छात्रों में डर और असुरक्षा का माहौल नवा रायपुर स्थित भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) में छात्रों के बीच एक गंभीर घटना…

Exclusive: छत्तीसगढ़ में IIIT स्टूडेंट्स ने 3000 अश्लील फोटोज देखकर रो पड़ीं, आरोपी रहीम ने AI से की मॉर्फिंग, क्लासमेट्स को बनाया शिकार

नवा रायपुर IIIT में अश्लील तस्वीरों का मामला: छात्रों में डर और असुरक्षा का माहौल

नवा रायपुर स्थित भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) में छात्रों के बीच एक गंभीर घटना ने माहौल को भयावह बना दिया है। हाल ही में, एक छात्र सैय्यद रहीम अदनान ने अपनी कक्षा की 36 छात्राओं और छात्रों की तस्वीरों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से अश्लील रूप में मॉर्फ कर दिया। यह घटना न केवल व्यक्तिगत स्तर पर छात्रों को प्रभावित कर रही है, बल्कि पूरे संस्थान में असुरक्षा का माहौल भी पैदा कर रही है।

कैंपस में लड़कियों के चेहरे पर डर और लड़कों की आंखों में शर्म देखने को मिल रही है। जो तस्वीरें पहले कभी ग्रुप प्रोजेक्ट्स की यादें थीं, अब वे शक और आंसुओं की वजह बन गई हैं। कुछ छात्राएं अब हॉस्टल से बाहर निकलने में झिझक रही हैं, जबकि अन्य ने सोशल मीडिया से अपने अकाउंट्स को डिलीट कर दिया है। जब यह मामला सामने आया, तो छात्राओं ने मॉर्फ की गई तस्वीरें देखकर रोना शुरू कर दिया।

पुलिस की कार्रवाई और आरोपी की गिरफ्तारी

पुलिस ने आरोपी सैय्यद रहीम अदनान को बिलासपुर से गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, रहीम के लैपटॉप से 36 छात्राओं की 1000 से ज्यादा अश्लील तस्वीरें बरामद की गई हैं। कुछ ग्रुप फोटोज में लड़कों की भी अश्लील एडिटिंग की गई थी। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने यह सब ‘प्लेजर’ के लिए किया।

दैनिक भास्कर डिजिटल की टीम ने जब IIIT कैंपस का दौरा किया, तो वहां के छात्रों से बातचीत में पता चला कि रहीम उनकी कक्षा का होनहार छात्र था। छात्रों ने बताया कि वह कॉलेज इवेंट्स में लड़कियों की फोटो खींचता था, लेकिन ऐसा कुछ करेगा, इस पर किसी को भरोसा नहीं था। इस घटना ने पूरे संस्थान में भय का माहौल बना दिया है।

छात्रों का डर और कॉलेज का माहौल

रायपुर के IIIT में अब डिजिटल एथिक्स की नई पॉलिसी बनाने की प्रक्रिया चल रही है। लेकिन सवाल यह है कि क्या इससे छात्रों के बीच का डर मिटेगा? कैंपस की छात्राएं अब ग्रुप प्रोजेक्ट्स में सहज महसूस नहीं कर रही हैं, और लड़के भी एक-दूसरे से नजरें चुरा रहे हैं। फैकल्टी क्लास शुरू करने से पहले माहौल को हल्का करने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन स्थिति गंभीर है।

हॉस्टल के कॉरिडोर से लेकर कैंटीन तक हर जगह सिर्फ एक ही चर्चा है, “क्या हमारी तस्वीरें भी मॉर्फ की गई होंगी?” कई छात्राएं इस बारे में बात करने से हिचक रही थीं, और कुछ ने तो इस घटना के बाद अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को डिलीट करने का मन बना लिया।

छात्रों की आपबीती

IIIT के एक छात्र ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, “हमारे ही क्लास के एक स्टूडेंट ने रहीम के लैपटॉप में कुछ फाइलें देखीं। उसमें हमारी क्लास की लड़कियों की मॉर्फ की गई अश्लील तस्वीरें थीं। जब लड़कियों ने खुद वो तस्वीरें देखीं, तो वे सन्न रह गईं। उन्होंने तुरंत कॉलेज मैनेजमेंट से शिकायत की।” इस घटना ने सभी छात्रों को गहरे सदमे में डाल दिया है।

रहीम ने बताया कि उसने 2 अलग-अलग ऐप्स का इस्तेमाल करके ये तस्वीरें बनाई थीं। उसके अनुसार, यह सब उसने केवल ‘प्लेजर’ के लिए किया था। पुलिस ने बताया कि इन मॉर्फ की गई तस्वीरों की वास्तविक संख्या का खुलासा तकनीकी जांच के बाद ही होगा।

डिजिटल एथिक्स और मानसिक स्वास्थ्य

डॉक्टरों का मानना है कि समाज में डिजिटल इंटरफेरेंस और टेक्नोलॉजी का एक्सपोजर बढ़ने के साथ-साथ मोरल रिस्पॉन्सिबिलिटी और डिजिटल एथिक्स का विकास नहीं हो पा रहा है। यह प्रवृत्ति ऐसे व्यवहारों को बढ़ावा देती है, जो व्यक्ति को वास्तविक जीवन में नहीं करने चाहिए।

डिजिटल सेफ्टी के लिए महत्वपूर्ण सुझाव

  • सोशल मीडिया पर प्राइवेसी सेट करें।
  • अपनी फोटो, प्रोफाइल और पोस्ट्स को पब्लिक न रखें।
  • केवल भरोसेमंद फ्रेंड्स को ही एक्सेस दें।
  • अनजान अकाउंट्स से आई फ्रेंड रिक्वेस्ट को इग्नोर करें।
  • फेक प्रोफाइल्स के जरिए अक्सर फोटो कलेक्ट की जाती हैं।
  • क्लाउड या ड्राइव पर फोटो शेयर करने से बचें।
  • अपनी तस्वीरें पब्लिक लिंक में अपलोड न करें, पासवर्ड प्रोटेक्शन रखें।
  • AI टूल्स पर अपनी इमेज अपलोड न करें।
  • किसी संदिग्ध फोटो या वीडियो को शेयर न करें।
  • अगर आपकी इमेज मॉर्फ की गई है, तुरंत रिपोर्ट करें।

इस घटना ने न केवल छात्रों को मानसिक रूप से प्रभावित किया है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि डिजिटल सुरक्षा के प्रति जागरूकता कितनी आवश्यक है। इस मामले के बाद, नवा रायपुर के IIIT को डिजिटल एथिक्स पर और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

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