नई दिल्ली, 24 सितंबर 2025 — BMW Ventures का बहुप्रतीक्षित पब्लिक इशू (IPO) आज से निवेशकों के लिए खुल गया है। यह इशू तीन दिन तक खुला रहेगा और निवेशक इसमें ऑनलाइन या अपने ब्रोकर के जरिए आवेदन कर सकते हैं। मार्केट विशेषज्ञों का मानना है कि यह IPO मिड-कैप और स्मॉल-कैप निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर हो सकता है, लेकिन निवेश करने से पहले इसके प्राइस बैंड, उद्देश्य और कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन को समझना जरूरी है।
IPO की समय-सारिणी
- सब्सक्रिप्शन खुलने की तारीख: 24 सितंबर 2025
- सब्सक्रिप्शन बंद होने की तारीख: 26 सितंबर 2025
- शेयरों की अलॉटमेंट की तिथि: 29 सितंबर 2025
- शेयरों की लिस्टिंग की संभावित तिथि: 1 अक्टूबर 2025
प्राइस बैंड और इशू साइज़
BMW Ventures ने इस IPO के लिए प्राइस बैंड ₹94 से ₹99 प्रति शेयर तय किया है। कंपनी लगभग 2.34 करोड़ नए शेयर जारी करके करीब ₹231.66 करोड़ जुटाने की योजना बना रही है। यह पूरी तरह से फ्रेश इशू है, यानी इसमें प्रमोटर्स या मौजूदा निवेशकों की ओर से कोई ऑफर फॉर सेल (OFS) नहीं होगा।
फंड का उपयोग और कंपनी की योजना
कंपनी ने साफ किया है कि जुटाई गई राशि का बड़ा हिस्सा, लगभग ₹173.75 करोड़, कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। बाकी राशि सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों में लगाई जाएगी, जिसमें विस्तार योजनाएं और संचालन को मजबूत करने जैसे कदम शामिल हैं।
कंपनी की पृष्ठभूमि और कारोबार
BMW Ventures स्टील प्रोडक्ट्स के डिस्ट्रीब्यूशन, ट्रैक्टर इंजन और पार्ट्स के ट्रेडिंग, PVC पाइप्स निर्माण और प्री-इंजीनियर्ड बिल्डिंग्स के काम में सक्रिय है। पिछले कुछ वर्षों में कंपनी ने अपने व्यवसाय को विविधीकृत किया है और निर्माण एवं इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर भी फोकस बढ़ाया है।
वित्तीय प्रदर्शन और बाजार का रुख
हाल के वर्षों में कंपनी की आय में स्थिर वृद्धि देखी गई है, हालांकि नेट प्रॉफिट मार्जिन में उतार-चढ़ाव रहा है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि यह IPO लंबी अवधि के निवेशकों के लिए बेहतर हो सकता है, लेकिन अल्पकालिक लिस्टिंग गेन की संभावना ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) पर निर्भर करेगी। फिलहाल GMP स्थिर है, यानी बड़े प्रीमियम की उम्मीद नहीं है।
निवेशकों के लिए सावधानियां
निवेश करने से पहले कंपनी के फाइनेंशियल्स, मार्जिन और भविष्य की ग्रोथ स्ट्रैटेजी पर गौर करना जरूरी है। चूंकि यह पूरी तरह नया इशू है, इसका असर प्रमोटर होल्डिंग पर भी पड़ेगा। निवेशक अपनी जोखिम सहनशक्ति को ध्यान में रखते हुए ही इसमें निवेश करें।