Murder: बिहार में व्यवसायी का शव 6 टुकड़ों में मिला, दरभंगा में परिजनों का हंगामा



दरभंगा में स्वर्ण व्यवसायी मनीष कुमार गुप्ता का शव 6 टुकड़ों में मिला बिहार के दरभंगा में एक shocking घटना ने सभी को हिला कर रख दिया है, जहां स्वर्ण…

Murder: बिहार में व्यवसायी का शव 6 टुकड़ों में मिला, दरभंगा में परिजनों का हंगामा

दरभंगा में स्वर्ण व्यवसायी मनीष कुमार गुप्ता का शव 6 टुकड़ों में मिला

बिहार के दरभंगा में एक shocking घटना ने सभी को हिला कर रख दिया है, जहां स्वर्ण व्यवसायी और होटल के मालिक मनीष कुमार गुप्ता का शव 6 टुकड़ों में बरामद हुआ है। यह शव दरभंगा-मुजफ्फरपुर फोरलेन पर मिला, जिसमें मनीष के दोनों हाथ, दोनों पैर, सिर और धड़ अलग-अलग पाए गए। उनके परिवार वाले इसे हत्या का मामला मान रहे हैं, जबकि पुलिस इस मामले को हत्या और हादसे के बीच उलझा हुआ बता रही है।

शव मिलने के बाद फैल गई सनसनी

मनीष का शव दरभंगा-मुजफ्फरपुर को जोड़ने वाली नेशनल हाईवे-27 के पास रानीपुर क्षेत्र में बुधवार शाम को मिला। शव मिलने की खबर फैलते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई और स्थानीय लोग घटनास्थल पर जुट गए। इसके बाद आक्रोशित परिजनों और पड़ोसियों ने सड़क पर बवाल किया, जिससे वहां आगजनी और सड़क जाम की घटनाएं हुईं।

परिजनों का आक्रोश और बवाल

मनीष गुप्ता, जो नगर थाना क्षेत्र के हसनचक के निवासी थे, के परिवार के लोग सड़क पर अपनी मांगों को लेकर उतरे। उन्होंने कहा कि मनीष की हत्या की गई है, जिसका सबूत शव के टुकड़ों में मिलने से मिलता है। मनीष के गले से सोने की चेन और हाथ से चार-पांच अंगूठी गायब थी, जिससे यह भी संभावना जताई जा रही है कि यह घटना लूट के इरादे से की गई हो सकती है।

आसपास के लोगों का बयान

मनीष की ज्वेलरी शॉप के पड़ोस में पान की दुकान चलाने वाले पप्पू भगत ने बताया कि मनीष दोपहर 2:40 बजे दुकान से निकले थे और एक ई-रिक्शा को आवाज देकर रुकवाया। उन्होंने बताया कि मनीष ने कहा था कि वे घर जा रहे हैं और प्रसाद खाकर वापस आएंगे। लेकिन, कुछ ही घंटों में उनकी मौत की सूचना मिली। दुकान से घर की दूरी मात्र 300 मीटर थी।

पुलिस की भूमिका पर सवाल

व्यवसायी के शव मिलने के बाद लोगों ने एनएच-27 को जाम कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। स्थानीय लोगों का कहना है कि मनीष की हत्या की गई है और अपराधियों ने शव को टुकड़ों में काटकर फेंक दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है।

आंदोलन और जाम की स्थिति

गुस्साए पड़ोसियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। मंत्री संजय सरावगी की ओर से जांच के आश्वासन मिलने के बाद जाम हटाया गया। इस दौरान करीब पांच घंटे तक सड़क जाम रहने से दोनों लेन पर वाहनों की लंबी कतार लग गई थी, जिसे बारी-बारी से पास कराया गया।

परिजनों की ओर से उठाई गई मांगें

मृतक के पड़ोसी सौरभ कुमार ने कहा कि यह एक्सीडेंट नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या है। उन्होंने प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप लगाया। राजद नेता राकेश नायक ने भी कहा कि मनीष गुप्ता एक प्रतिष्ठित व्यवसायी थे और उनकी हत्या की गई है। उन्होंने पुलिस की नाकामी की ओर इशारा करते हुए कहा कि लगातार स्वर्ण व्यवसायियों को निशाना बनाया जा रहा है।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

एसडीएम विकास कुमार ने बताया कि शव की पहचान हो गई है और परिजनों से आवेदन लेकर हत्या समेत सभी बिंदुओं पर जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि मृतक जिस ई-रिक्शा से घर लौट रहे थे, उसके ड्राइवर की पहचान कर पूछताछ की जाएगी।

पुलिस की जांच की दिशा

सदर SDPO राजीव कुमार ने कहा कि परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं। पुलिस सभी पहलुओं पर गंभीरता से जांच कर रही है और जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा। इस तरह की घटनाएं समाज में चिंता का विषय बन चुकी हैं और पुलिस को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।

निष्कर्ष

दरभंगा में हुई इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि पूरे बिहार के समाज को हिला कर रख दिया है। वैभवशाली व्यवसायियों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले को किस दिशा में ले जाती है और क्या मनीष की हत्या के पीछे की सच्चाई जल्द सामने आती है।

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