Flood: बेतिया में बारिश के बाद नदियों का जलस्तर बढ़ा, गंडक, पंडई समेत कई नदियों में उफान, बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी



पश्चिम चंपारण में बाढ़ का खतरा, जिला प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी पश्चिम चंपारण में लगातार तीन दिनों की बारिश के बाद बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। गंडक, पंडई,…

Flood: बेतिया में बारिश के बाद नदियों का जलस्तर बढ़ा, गंडक, पंडई समेत कई नदियों में उफान, बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी

पश्चिम चंपारण में बाढ़ का खतरा, जिला प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी

पश्चिम चंपारण में लगातार तीन दिनों की बारिश के बाद बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। गंडक, पंडई, हरहा, सिकरहना और ओरइया नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे निचले इलाकों में पानी घुसने की आशंका उत्पन्न हो गई है। इस स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने आम लोगों के लिए एक परामर्श (एडवाइजरी) जारी की है, जिसमें आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।

जिला प्रशासन की एडवाइजरी के अनुसार, जिले में भारी वर्षा जारी है और अगले 24 घंटों तक मौसम में सुधार की संभावना नहीं है। प्रशासन ने लोगों को नदी तटों, तटबंधों और कटाव-ग्रस्त क्षेत्रों के पास न जाने की सलाह दी है। इसके साथ ही, किसी भी स्थिति में नदी या बाढ़ के पानी को पार करने का प्रयास न करने की चेतावनी दी गई है। यह निर्देश खासकर उन लोगों के लिए हैं जो ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करते हैं।

ग्रामीणों के लिए सुरक्षा उपाय

ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अपने पशुधन, अनाज और आवश्यक सामान को सुरक्षित और ऊँचे स्थानों पर रखने की सलाह दी गई है। इसके अतिरिक्त, बिजली के तारों, पेड़ों और जलजमाव वाले इलाकों से दूरी बनाए रखने की भी हिदायत दी गई है। जिला प्रशासन ने यह भी बताया कि सभी प्रखंडों में नियंत्रण कक्ष सक्रिय हैं, जहां से लोग बाढ़ की ताजा जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

बेतिया नगर सहित कई प्रखंडों में बिजली आपूर्ति बाधित है और कई सड़कों पर पानी जमा हो गया है। प्रशासन ने निचले इलाकों की निगरानी बढ़ा दी है और राहत दलों को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रखा है। आपातकालीन स्थिति में नागरिक जिला आपातकालीन संचालन केंद्र, पश्चिम चंपारण (बेतिया) के हेल्पलाइन नंबर 06254-247003, 247002 और +91-8757547904 पर संपर्क कर सकते हैं।

जिला प्रशासन की सतर्कता और लोगों से अपील

अपर समाहर्ता (आपदा प्रबंधन) ने बताया कि जिला प्रशासन लगातार स्थिति पर नज़र रख रहा है। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने, प्रशासन के निर्देशों का पालन करने और किसी भी जोखिम भरे क्षेत्र में जाने से बचने की अपील की है। बाढ़ की स्थिति को लेकर प्रशासन की सजगता और सक्रियता महत्वपूर्ण है, ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटा जा सके।

  • नदी तटों और कटाव-ग्रस्त क्षेत्रों से दूर रहें।
  • पशुधन और अनाज को ऊँचे स्थानों पर सुरक्षित रखें।
  • बिजली के तारों और जलजमाव वाले स्थानों से दूर रहें।
  • आपातकालीन स्थिति में दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।

जिला प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सावधानी बरतें और जरूरतमंदों की सहायता करें। हालात को लेकर सतर्क रहने से ही हम सब मिलकर इस संकट का सामना कर सकते हैं।

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