Electricity: मधेपुरा में सहरसा के किसान की मौत, 440 वोल्ट की तार में संठी सटने से लगा करंट, खेत से लौटते समय दुर्घटना



मधेरपुरा में किसान की करंट लगने से हुई मौत, परिवार में छाया मातम मधेपुरा के जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मंगलवार की शाम एक दुखद घटना घटी, जिसमें…

Electricity: मधेपुरा में सहरसा के किसान की मौत, 440 वोल्ट की तार में संठी सटने से लगा करंट, खेत से लौटते समय दुर्घटना

मधेरपुरा में किसान की करंट लगने से हुई मौत, परिवार में छाया मातम

मधेपुरा के जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मंगलवार की शाम एक दुखद घटना घटी, जिसमें एक किसान की करंट लगने से जान चली गई। मृतक की पहचान **अनिल पोद्दार** (48) के रूप में हुई, जो सहरसा जिले के बसनही थाना क्षेत्र के मोकमा गरसायल टोला वार्ड-10 के निवासी थे। उनकी मौत ने पूरे परिवार और गांव में शोक की लहर दौड़ा दी है।

घटनास्थल का विवरण

यह घटना शाम लगभग **7.30 बजे** की है, जब अनिल पोद्दार खेत से पटसन (संठी) लेकर अपने घर लौट रहे थे। घर के पास पहुंचते ही, उन्होंने देखा कि **440 वोल्ट** की बिजली की तार उनके संठी के संपर्क में आ गई। अचानक, करंट लगने से अनिल गंभीर रूप से झुलस गए और वहीं गिर पड़े।

JNKT मेडिकल कॉलेज में भर्ती

घटना के तुरंत बाद, परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों ने उन्हें **मधेपुरा के JNKT मेडिकल कॉलेज अस्पताल** में भर्ती कराया। लेकिन, अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों को जब इस घटना की जानकारी मिली, तो उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।

परिवार की स्थिति

अनिल पोद्दार अपने परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। उनके परिवार में तीन बेटियां हैं, जिनमें से दो की शादी हो चुकी है, जबकि एक अविवाहित है। अनिल की असामयिक मौत ने उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि अनिल एक मेहनती और सरल स्वभाव के व्यक्ति थे, जो हमेशा अपने परिवार और खेती-किसानी में लगे रहते थे।

मुआवजे की मांग

ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवार को उचित **मुआवजा** दिया जाए। इस मामले में सिंहेश्वर थाने की पुलिस ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर शव का **पोस्टमॉर्टम** कराया और परिजनों को सौंप दिया। मृतक के भाई ने बताया कि संठी भींगी हुई थी, जिसके कारण अनिल को करंट लग गया। उन्होंने सरकार से मृतक के परिवार के लिए मुआवजे की मांग की है।

समाजिक सुरक्षा की आवश्यकता

इस घटना ने एक बार फिर से **सामाजिक सुरक्षा** और **सुरक्षित बिजली आपूर्ति** की आवश्यकता को उजागर किया है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए सरकार को कठोर कदम उठाने चाहिए। अनिल पोद्दार की मौत ने न केवल उनके परिवार को बल्कि पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया है।

निष्कर्ष

किसान अनिल पोद्दार की दुखद मौत ने यह साबित कर दिया है कि हमें कृषि समुदाय की सुरक्षा और कल्याण के लिए और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है। यह घटना एक चेतावनी है कि बिजली के खतरों के प्रति जागरूकता बढ़ाई जाए और ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यक सुरक्षा उपायों को लागू किया जाए।

इस घटना के बाद, सभी को यह समझने की जरूरत है कि हमारी सुरक्षा और कल्याण हमेशा प्राथमिकता होनी चाहिए। हमें एकजुट होकर ऐसे मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।

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