विशाल मौर्य | उन्नाव2 मिनट पहले
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लखनऊ मंडल में रेलवे सेवाओं में सुधार
लखनऊ मंडल में यात्रियों को आधुनिक और सुविधाजनक सेवाएं प्रदान करने के लिए रेलवे ने तेजी से विकास कार्य शुरू कर दिए हैं। मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) सुनील कुमार वर्मा ने हाल ही में लखनऊ–उन्नाव–रायबरेली रेलखंड के विभिन्न स्टेशनों का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि दिवाली के बाद पुल निर्माण कार्य प्रारंभ होगा, जिससे ट्रेनों की गति को बढ़ाने में सहायता मिलेगी।
निरीक्षण के दौरान डीआरएम ने कानपुर लेफ्ट बैंक ब्रिज और टकिया स्टेशन का भी जायजा लिया। उन्होंने स्टेशन भवन, प्रवेश एवं निर्गम द्वार, प्लेटफॉर्म और यात्री सुविधाओं की स्थिति की गहन समीक्षा की। इसके बाद वे लालगंज स्टेशन पहुंचे, जहां उन्होंने पार्किंग क्षेत्र, शौचालयों, प्रतीक्षालयों और सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया।
यात्रियों से फीडबैक और सेवाओं की स्थिति
“अमृत संवाद” कार्यक्रम के माध्यम से डीआरएम वर्मा ने स्थानीय नागरिकों और यात्रियों से बातचीत की। यात्रियों ने स्टेशन पर हुए सुधारों की सराहना की और कहा कि प्लेटफॉर्म की साफ-सफाई, बैठने की व्यवस्था और लाइटिंग में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। हालांकि, कुछ यात्रियों ने पेयजल और शौचालय की स्थिति में और सुधार की आवश्यकता जताई।
डीआरएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि “अमृत भारत स्टेशन योजना” के अंतर्गत चल रहे सभी निर्माण और सौंदर्यीकरण कार्यों को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
ट्रेनों की गति बढ़ाने की योजनाएं
डीआरएम वर्मा ने जानकारी दी कि दिवाली के बाद पुल निर्माण कार्य की शुरुआत की जाएगी। इसके साथ ही रेलपथ सुदृढ़ीकरण और सिग्नलिंग सिस्टम अपग्रेडेशन की भी योजना बनाई जा रही है। इन कार्यों के पूरा होने के बाद लखनऊ–उन्नाव–रायबरेली रेलखंड के स्टेशनों का चेहरा पूरी तरह से बदल जाएगा और यात्रियों को एक आधुनिक, स्वच्छ और सुरक्षित यात्रा अनुभव प्राप्त होगा।
स्लीपर और ट्रैक मरम्मत कार्य
इस वर्ष रेलवे पुल के अप लाइन पर एचबीम चैनल स्लीपर लगाए गए हैं। अब डाउन लाइन पर जनवरी 2026 में मेगा ब्लॉक लेकर स्लीपर बदले जाने की योजना है। इस संबंध में डीआरएम ने अधिकारियों के साथ चर्चा की और कहा कि रेल संचालन प्रभावित न हो, इसके लिए ब्लॉक की रणनीति पर विचार किया जा रहा है।
वर्ष 2016 में डाउन लाइन के जर्जर ट्रफ बदले गए थे, और अब मात्र दस साल बाद स्लीपर बदलने की योजना बनाई जा रही है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, डाउन लाइन पर भी एचबीएम चैनल स्लीपर लगाए जाएंगे, ताकि हाईस्पीड ट्रेनें बिना रुकावट गुज़र सकें।
ट्रेन की गति में वृद्धि की योजना
लखनऊ–कानपुर रेल रूट पर इस समय ट्रेनों की रफ्तार 100–110 किमी प्रति घंटा है। ट्रैक मरम्मत और पुल कार्यों के पूरा होने के बाद रेलवे की योजना है कि ट्रेनों की गति को 140–160 किमी प्रति घंटा तक बढ़ाया जा सके। इससे यात्रियों को कम समय में सुरक्षित और आरामदायक सफर का अनुभव मिलेगा।