भागलपुर के दुर्गा मंदिर में चोरी की घटना, चोर रंगे हाथ पकड़ा गया
भागलपुर के तातरपुर थाना क्षेत्र स्थित लहरी टोला के दुर्गा मंदिर परिसर में बुधवार को एक *बच्ची के गले से सोने का लॉकेट चोरी* करते हुए एक चोर को रंगे हाथ पकड़ लिया गया। यह घटना नवरात्र के दौरान हुई, जब मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी। इस दौरान चोर को पकड़ने के बाद श्रद्धालुओं ने उसकी जमकर पिटाई की।
बच्ची के गले से लॉकेट चोरी का प्रयास
मंदिर में पूजा करने आई एक बच्ची अपनी मां के साथ थी। इसी बीच एक व्यक्ति ने उसके गले से सोने का लॉकेट काटने का प्रयास किया। पास खड़े श्रद्धालुओं ने यह दृश्य देख लिया और तुरंत उसे पकड़ लिया। चोर ने पकड़े जाने के बाद खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि वह चोरी नहीं कर रहा था, बल्कि पास खड़ी महिलाओं को अपनी बहन बता रहा था। लेकिन वहां मौजूद महिलाओं ने उसकी बातों को मानने से इनकार कर दिया।
पुलिस और मंदिर समिति की भूमिका पर सवाल
चोर को पकड़ने के बाद श्रद्धालुओं ने उसकी पिटाई की, लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया गया। मंदिर में पूजा करने आए श्रद्धालुओं ने यह भी बताया कि पिछले कुछ दिनों से इस मंदिर परिसर में कई बार चेन और लॉकेट चोरी की घटनाएं घटित हो चुकी हैं। इसके बावजूद, मंदिर समिति ने इन घटनाओं को गंभीरता से नहीं लिया। दुर्गा पूजा के दौरान शहर के चौक-चौराहों पर पुलिस बल तैनात होने के बावजूद, मंदिर परिसर में हुई इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
स्थानीय लोगों का कहना: चोर का संबंध आसपास के मोहल्ले से
स्थानीय लोगों के अनुसार, पकड़ा गया चोर आसपास के मोहल्ले का ही निवासी है। उनका कहना है कि नशे की लत के कारण ऐसे लोग चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं ताकि अपनी लत पूरी कर सकें। इस प्रकार की घटनाएं न केवल मंदिर के श्रद्धालुओं के लिए चिंता का विषय हैं, बल्कि यह समाज में बढ़ते अपराध की ओर भी इशारा करती हैं।
मंदिर में सुरक्षा की आवश्यकता
इस घटना के बाद, स्थानीय लोगों ने मंदिर समिति और पुलिस प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की मांग की है। श्रद्धालुओं का कहना है कि अगर प्रशासन और मंदिर समिति गंभीरता से इन समस्याओं का समाधान नहीं करती, तो आगे भी ऐसी घटनाएं हो सकती हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि मंदिर परिसर में CCTV कैमरे लगाने और सुरक्षा गार्ड तैनात करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
स्वर्णिम अवसर पर सावधानी बरतने की आवश्यकता
नवरात्र का पर्व बहुत ही महत्वपूर्ण है और इस अवसर पर श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है। ऐसे में, सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने की आवश्यकता है। अगर श्रद्धालुओं को सुरक्षा का अनुभव नहीं होगा, तो यह उनके धार्मिक अनुभव को भी प्रभावित करेगा।
- स्थानिक पुलिस बल की तैनाती में सुधार
- मंदिर परिसर में CCTV कैमरे लगाना
- सुरक्षा गार्ड की तैनाती
- श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम
इस प्रकार की घटनाएं न केवल मंदिर की पवित्रता को धूमिल करती हैं, बल्कि समाज में अपराध की प्रवृत्ति को भी बढ़ावा देती हैं। स्थानीय लोगों और प्रशासन को मिलकर इस समस्या का समाधान निकालना होगा ताकि श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुखद अनुभव हो सके।
आशा है कि इस घटना के बाद सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू किया जाएगा और भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं होंगी। श्रद्धालुओं को मंदिर में शांति और सुरक्षा का अनुभव मिलना चाहिए, ताकि वे अपने धार्मिक कर्तव्यों का पालन कर सकें।