Nail Biting: नाखून चबाने की आदत के कारण, स्वास्थ्य जोखिम और बचाव के उपाय



नाखून चबाने की आदत: कारण और प्रभाव नाखून चबाना (ओनिकोफेजिया) एक सामान्य व्यवहार है, जो प्रायः बचपन से शुरू होकर वयस्कता तक बना रह सकता है। आमतौर पर इसे अनुचित…

Nail Biting: नाखून चबाने की आदत के कारण, स्वास्थ्य जोखिम और बचाव के उपाय

नाखून चबाने की आदत: कारण और प्रभाव

नाखून चबाना (ओनिकोफेजिया) एक सामान्य व्यवहार है, जो प्रायः बचपन से शुरू होकर वयस्कता तक बना रह सकता है। आमतौर पर इसे अनुचित आदत माना जाता है, लेकिन इसके पीछे मनोवैज्ञानिक और व्यवहारिक कारण हो सकते हैं।

नाखून चबाने के प्रमुख कारण

  • तनाव और चिंता: यह आदत अक्सर मानसिक दबाव या तनाव की स्थिति में अपनाई जाती है। व्यक्ति बिना सोचे-समझे नाखून चबाने लगता है, जिससे उसे थोड़ी देर के लिए तनाव से राहत मिलती है।
  • बोरियत और खालीपन: जब व्यक्ति के पास करने के लिए कुछ नहीं होता, तब भी नाखून चबाने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है। यह दिमाग को व्यस्त रखने का अनजाना प्रयास हो सकता है।
  • आदत में बदल जाना: बचपन में शुरू हुई यह आदत अगर समय रहते न रोकी जाए, तो यह स्वचालित व्यवहार बन जाती है और व्यक्ति को कई बार इसका पता भी नहीं चलता।
  • पूर्णतावाद (परफेक्शनिज़्म): शोध के अनुसार, अत्यधिक परफेक्शनिस्ट लोग छोटी-छोटी बातों पर तनावग्रस्त होकर नाखून चबाने लगते हैं।
  • जेनेटिक और पारिवारिक प्रभाव: अगर परिवार में किसी सदस्य को यह आदत है, तो बच्चों में भी इसके विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • मानसिक स्वास्थ्य संबंधी स्थितियां: ध्यानाभाव सक्रियता विकार (ADHD) और सामान्यीकृत चिंता विकार (GAD) जैसी मानसिक स्थितियों में भी यह लक्षण के रूप में सामने आ सकता है।

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नाखून चबाने के दुष्परिणाम

  • नाखून और उंगलियों में चोट लग सकती है
  • मुंह और दांतों से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं
  • संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है
  • आत्मविश्वास में कमी आ सकती है

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इस आदत से छुटकारा पाने के उपाय

  • नाखूनों पर कड़वा नेल पॉलिश लगाएं
  • तनाव प्रबंधन के लिए योग या ध्यान करें
  • हाथों को व्यस्त रखने के लिए स्ट्रेस बॉल या अन्य उपाय अपनाएं
  • जागरूक रहें कि कब आप नाखून चबा रहे हैं
  • आदत गंभीर हो तो मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लें

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