ऋषिकेश में छात्रसंघ चुनाव के दौरान बवाल, एनएसयूआई और युवा कांग्रेस का कोतवाली का घेराव
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। हाल ही में छात्रसंघ चुनाव के दौरान उत्पन्न विवाद को लेकर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं और युवा कांग्रेस ने कोतवाली का घेराव किया और आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। इस घटना ने ऋषिकेश के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने का काम किया है, जिसे लेकर स्थानीय नेताओं में आक्रोश है। छात्रसंघ चुनाव को लेकर दोनों संगठनों के कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर अपनी आवाज उठाई।
एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने इस दौरान एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) के कार्यकर्ताओं पर बवाल करने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि चुनाव लोकतंत्र का पर्व होता है, लेकिन एबीवीपी के सदस्य इस पर्व की अवहेला कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के विवाद ने शहर के शांति को भंग किया है और स्थानीय युवा वर्ग में असुरक्षा का भाव पैदा किया है।
नेताओं ने उठाई मांगें, दी गईं जातिसूचक शब्दों का सहारा
इस घटना के संदर्भ में बोलते हुए पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष व युवा कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष गौरव राणा ने कहा कि अन्य संगठनों के कार्यकर्ता बिना किसी कारण के विवाद उत्पन्न कर रहे हैं। गौरव ने स्पष्ट किया कि इस प्रकार की गतिविधियों से सिर्फ चुनावी माहौल ही नहीं, बल्कि स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा भी प्रभावित हो रही है।
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और एनएसयूआई महानगर अध्यक्ष हिमांशु जाटव ने आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान उनके साथ जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया गया और उन्हें धमकाने की कोशिश की गई। इस प्रकार की घटनाएं न केवल राजनीतिक असहमति को बढ़ाती हैं, बल्कि समाज में विभाजन की भावना को भी बढ़ावा देती हैं।
घेराव के दौरान उपस्थित कार्यकर्ताओं की संख्या
घेराव के दौरान एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के कई प्रमुख कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें छात्रसंघ उपाध्यक्ष आयुष तड़ियाल, हिमांशु कश्यप, विशाल भारती, रोहित सोनी, अखिल रावत, मानव रावत, आर्यन भारती, कार्तिक कुशवाह, और अन्य शामिल थे। सभी ने एकजुट होकर अपनी आवाज उठाई और शांति की आवश्यकता पर जोर दिया।
- आयुष तड़ियाल
- हिमांशु कश्यप
- विशाल भारती
- रोहित सोनी
- अखिल रावत
- मानव रावत
- आर्यन भारती
- कार्तिक कुशवाह
- राहुल
- वाशु मलिक
- अभिनव
- श्रीजल
- पीयूष
- लक्की
- गौरव जोशी
- दीपक राणा
- अजय खरोला
- मनदीप रावत
- आकाश
- विवेक
- ऋषभ
- केशव
- प्रियांशु रावत
- आशुतोष
- मोहित
- दीपक
- रोहित
- आनंद
- अबल दास
- कपिल सारस्वत
- देव बोहरा
- कार्तिक जश्नल
- रिहान बंदोलिया
- आदित्य रावत
समाज के युवाओं की यह जिम्मेदारी होती है कि वे लोकतांत्रिक मूल्यों का पालन करें और चुनावी प्रक्रिया को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करें। एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने यह साबित कर दिया है कि वे केवल अपनी राजनीतिक लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि समाज में शांति और सद्भाव की भी रक्षा करना चाहते हैं। इस घटना ने सभी को यह सोचने पर मजबूर किया है कि क्या राजनीतिक असहमति से अधिक महत्वपूर्ण समाज की शांति नहीं है?
ऋषिकेश में इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए सभी राजनीतिक संगठनों को चाहिए कि वे अपने कार्यकर्ताओं को सही दिशा में मार्गदर्शन करें और चुनावी माहौल को शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए मिलकर काम करें। इस घटना ने यह भी स्पष्ट किया है कि राजनीतिक प्रतिस्पर्धा को स्वस्थ तरीके से निभाना कितना आवश्यक है।
इस प्रकार की विवादास्पद घटनाएं सिर्फ एक संगठन के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए हानिकारक होती हैं। सभी को मिलकर ऐसे विवादों को समाप्त करने की दिशा में कदम बढ़ाने की आवश्यकता है। चुनावी प्रक्रियाएं लोकतंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा होती हैं, और इनका सम्मान करना सभी का कर्तव्य है।