चंडीगढ़ पुलिस द्वारा जब्त वाहनों की छुड़वाने का अंतिम मौका
चंडीगढ़ पुलिस ने पिछले एक वर्ष में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन या अन्य कारणों से कुल 601 वाहनों को जब्त किया है। हालांकि, अब तक वाहन मालिक इन वाहनों को छुड़वाने में कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इस स्थिति को देखते हुए पुलिस ने इन वाहनों की सूची जारी की है और लोगों को चेतावनी दी है कि उन्हें छह महीने के भीतर अपने वाहनों को छुड़वाना होगा।
पुलिस के अनुसार, सभी जब्त किए गए वाहन 2024 में इंपाउंड किए जाएंगे। यह जानकारी भी दी गई है कि 1 जनवरी 2024 से लेकर 31 दिसंबर 2024 तक विभिन्न स्थानों से 601 वाहन जब्त किए गए थे। इनमें से 554 दोपहिया वाहन हैं, जबकि बाकी कारें और अन्य प्रकार के वाहन हैं। इस समय ये सभी वाहन चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस लाइन, सेक्टर-29 में खड़े हैं।
वाहन मालिकों की अनदेखी का कारण
एक साल बीत जाने के बावजूद, वाहन मालिकों का इन्हें छुड़वाने में कोई रुचि न दिखाना पुलिस के लिए चिंता का विषय बन गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस स्थिति का एक प्रमुख कारण यह है कि कई वाहन मालिक हिमाचल, हरियाणा, राजस्थान जैसे बाहरी राज्यों से पढ़ाई या नौकरी के लिए चंडीगढ़ आए थे और काम समाप्त होने के बाद वापस चले गए। इस कारण उनके वाहन चंडीगढ़ में रह गए हैं।
पुलिस द्वारा जारी की गई सूची में लोग अपने वाहनों की पहचान में सुविधा के लिए वाहन नंबर, चेसिस नंबर, इंजन नंबर, कंपनी का नाम और जब्ती की तारीख जैसी महत्वपूर्ण जानकारी देख सकते हैं। इस सूचना के माध्यम से पुलिस ने वाहन मालिकों को अपने वाहनों को छुड़वाने की अपील की है।
पुलिस द्वारा जब्त वाहन थानों में। (फाइल फोटो)
सेक्टर-31 थाना करेगा वाहनों की नीलामी
हाल ही में सेक्टर-31 थाने की पुलिस ने भी इसी तरह की एक सूची जारी की थी। थाना पुलिस का कहना है कि उन्होंने वाहन मालिकों के घरों पर नोटिस भेजे थे, लेकिन अधिकांश ने इन नोटिसों को प्राप्त नहीं किया। ये सारे वाहन 2010 से 2024 के बीच के हैं। इसके बाद थाना पुलिस ने एक महीने का समय दिया है, जिसके बाद इन वाहनों की नीलामी की जाएगी।
वाहनों की नीलामी की प्रक्रिया
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यदि वाहन मालिक समय पर अपने वाहनों को नहीं छुड़ाते हैं, तो उन्हें नीलामी के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। यह प्रक्रिया स्थानीय स्तर पर की जाएगी, जिसमें जनता को भी भाग लेने का अवसर मिलेगा। पुलिस ने यह भी कहा है कि नीलामी से मिलने वाली राशि का उपयोग ट्रैफिक सुरक्षा और अन्य उपयोगी कार्यक्रमों में किया जाएगा।
इस प्रकार, चंडीगढ़ पुलिस ने सभी वाहन मालिकों से अपील की है कि वे अपनी गाड़ियों को छुड़वाने के लिए आगे आएं, ताकि न केवल वे अपनी संपत्ति को सुरक्षित कर सकें, बल्कि पुलिस लाइन में जगह की समस्या का भी समाधान हो सके।
निष्कर्ष
चंडीगढ़ पुलिस द्वारा जब्त किए गए वाहनों की स्थिति एक गंभीर मुद्दा बनती जा रही है। वाहन मालिकों को चाहिए कि वे समय पर अपने वाहनों को छुड़वाएं ताकि वे भविष्य में किसी भी कानूनी समस्या से बच सकें। इस अवसर का लाभ उठाना ही बेहतर है, क्योंकि समय बीतने के साथ-साथ स्थिति और भी जटिल हो सकती है।
इसलिए, यह जरूरी है कि सभी वाहन मालिक ध्यान दें और पुलिस द्वारा दी गई सूचना का पालन करें। यदि आप या आपके जानने वाले किसी ऐसे वाहन के मालिक हैं, तो तुरंत कार्रवाई करें ताकि आपकी गाड़ी सुरक्षित रहे।