RSS Centenary: गोरखपुर में शताब्दी वर्ष पर कार्यक्रम, स्वयंसेवकों के बलिदान को किया गया याद, राष्ट्र सर्वोपरि की भावना को दिया गया बढ़ावा



गोरखपुर में आरएसएस का शताब्दी वर्ष: शस्त्र पूजन और पद यात्रा का आयोजन गोरखपुर में रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में तिलक शाखा की…

गोरखपुर में आरएसएस का शताब्दी वर्ष: शस्त्र पूजन और पद यात्रा का आयोजन

गोरखपुर में रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में तिलक शाखा की ओर से भव्य शस्त्र पूजन और पद यात्रा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों ने भाग लिया और संघ के इतिहास, बलिदान और सेवा भावना को याद किया। यह आयोजन न केवल संघ की विचारधारा को पुनर्जीवित करने का एक प्रयास था, बल्कि नई पीढ़ी के स्वयंसेवकों को प्रेरित करने का भी एक महत्वपूर्ण कदम था।

कार्यक्रम की शुरुआत आर्य नगर स्थित रामदेई देवी कन्या इंटर कॉलेज के प्रांगण में विजयादशमी शस्त्र पूजन के साथ हुई। इसे संघ के अध्यक्ष अनूप अग्रवाल ने भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित करके आरंभ किया। इस अवसर पर स्वयंसेवकों ने संघ की यात्रा, बलिदान और त्याग को याद करते हुए अपनी एकजुटता का प्रदर्शन किया।

संघ के इतिहास और प्रेरणा का महत्व

कार्यक्रम के दौरान विभाग सह संघ चालक आत्मा सिंह ने संघ के शताब्दी वर्ष की यात्रा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह अवसर हमें राष्ट्र सर्वोपरि के भावनाओं को बढ़ावा देने का एक अवसर प्रदान करता है। उन्होंने संघ की कठिनाइयों, स्वयंसेवकों की तपस्या और बलिदान के बारे में विस्तार से चर्चा की, जिससे नई पीढ़ी को प्रेरित किया जा सके। आत्मा सिंह ने बताया कि संघ का इतिहास केवल बलिदान और सेवा के बारे में नहीं, बल्कि एकजुटता और सामूहिक प्रयासों का प्रतीक भी है।

पद यात्रा का महत्व

शस्त्र पूजन के बाद, तिलक बस्ती के स्वयंसेवकों ने रामदेई देवी कन्या इंटर कॉलेज से पद यात्रा निकाली। इस यात्रा में स्वयंसेवकों ने चरन लाल चौराहा, आर्यनगर चौक, अग्रवाल भवन, और थवई पुल होते हुए दीवान बाजार में स्थित कॉलेज पर वापस लौटकर कार्यक्रम का समापन किया। इस यात्रा का उद्देश्य स्वयंसेवकों में एकता और सामाजिक चेतना का संचार करना था।

पद यात्रा में शामिल होने वाले स्वयंसेवकों ने अपने अनुशासन और समर्पण का परिचय दिया। इस दौरान उन्होंने संघ की विचारधारा का प्रचार करते हुए लोगों के बीच संघ के उद्देश्यों को स्पष्ट किया। कार्यक्रम में राम, मनीष, आनंद प्रकाश अग्रवाल, विकास अग्रवाल, ओम प्रकाश शर्मा, शैलेश, नंदकिशोर, ध्रुव, संजय गुप्ता, और संजय अग्रवाल सहित कई प्रमुख स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

संघ के प्रति नई पीढ़ी की जिम्मेदारी

इस कार्यक्रम के माध्यम से संघ ने नई पीढ़ी के स्वयंसेवकों में जिम्मेदारी और सेवा भावना का संचार करने का प्रयास किया। आत्मा सिंह ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को संघ के आदर्शों को अपनाकर समाज की सेवा में आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा, “समाज की सेवा और राष्ट्र की भलाई के लिए हमें हमेशा तत्पर रहना चाहिए।” इस तरह के आयोजनों से समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने की उम्मीद है।

समापन और भविष्य की योजनाएँ

इस भव्य आयोजन ने गोरखपुर में संघ की विचारधारा को और मजबूत किया है। शस्त्र पूजन और पद यात्रा के इस कार्यक्रम ने स्वयंसेवकों में एक नई ऊर्जा का संचार किया है। भविष्य में संघ इस तरह के और भी कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बना रहा है, जिससे समाज में जागरूकता और सेवा की भावना को बढ़ावा मिल सके।

गोरखपुर में हुए इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि संघ का प्रभाव न केवल अपने सदस्यों पर, बल्कि समाज पर भी गहरा है। स्वयंसेवकों की एकता और उनकी सेवा भावना निश्चित रूप से गोरखपुर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

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