बहराइच में मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन: श्रद्धालुओं ने भक्ति गीतों पर दी विदाई
अनुराग पाठक | बहराइच – बहराइच के वजीरबाग इलाके में आज मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन समारोह भव्य तरीके से आयोजित किया गया। इस विशेष अवसर पर निकाली गई शोभायात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और भक्ति गीतों पर झूमते हुए माता को विदाई दी। यह आयोजन हर साल नवरात्रि के दौरान श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है, जिसमें स्थानीय समुदाय की सक्रिय भागीदारी होती है।
विसर्जन यात्रा का आगाज आज शाम पांच बजे वजीरबाग मोहल्ले से हुआ। यह यात्रा विभिन्न प्रमुख स्थलों जैसे छावनी चौराहा, घंटाघर, पीपल तिराहा, काजीपुरा और बशीरगंज होते हुए झींगा घाट स्थित सरयू तट पर पहुंची। यात्रा के दौरान श्रद्धालु माता की जयकारों के बीच भक्ति गीत गाते रहे, जिससे माहौल भक्ति और उमंग से भरा रहा। सरयू तट पहुंचने पर एक विशेष आरती का आयोजन किया गया, जिसके बाद मां दुर्गा की प्रतिमा को विसर्जित किया गया।
नवरात्रि पर मां दुर्गा की स्थापना और विसर्जन की परंपरा
वजीरबाग मोहल्ले में हर साल नवरात्रि के सप्तमी तिथि को मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाती है। यह परंपरा स्थानीय लोगों के लिए विशेष महत्व रखती है। माता की स्थापना के बाद श्रद्धालु नौ दिनों तक उनकी पूजा-अर्चना करते हैं और अंत में पूर्णिमा के दिन उनका विसर्जन किया जाता है। इस समारोह में श्रद्धालुओं की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है, जो इस परंपरा की गहराई और महत्वपूर्णता को दर्शाता है।
इस वर्ष भी, विसर्जन यात्रा का आयोजन भव्य स्वरूप में हुआ। यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने एकजुट होकर अपने धार्मिक उत्साह का प्रदर्शन किया। इस प्रकार के आयोजनों से न केवल धार्मिक भावना को बल मिलता है, बल्कि समाज में एकता और भाईचारे की भावना भी प्रबल होती है।
सुरक्षा व्यवस्था के तहत शांतिपूर्ण यात्रा
यात्रा के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पीएसी और पुलिस के जवान तैनात किए गए थे। सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के चलते यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। स्थानीय प्रशासन ने भी इस आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा।
सुरक्षा बलों ने यात्रा के विभिन्न मार्गों पर निगरानी रखी और सुनिश्चित किया कि सभी श्रद्धालु सुरक्षित रूप से विसर्जन स्थल तक पहुंचें। इस प्रकार के आयोजनों में सुरक्षा की व्यवस्था अत्यंत महत्वपूर्ण होती है, जिससे श्रद्धालुओं को एक सुरक्षित और सुखद अनुभव प्राप्त हो सके।
- विसर्जन यात्रा का समय: शाम 5 बजे
- मुख्य मार्ग: वजीरबाग मोहल्ला, छावनी चौराहा, घंटाघर, पीपल तिराहा, काजीपुरा, बशीरगंज
- विसर्जन स्थल: झींगा घाट, सरयू तट
- सुरक्षा बलों की तैनाती: पीएसी और पुलिस
इस प्रकार, बहराइच में मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन समारोह एक सफल और यादगार आयोजन के रूप में सामने आया। श्रद्धालुओं ने अपने धार्मिक संस्कारों और परंपराओं का उत्साहपूर्वक पालन किया, जो कि समाज में एकता और प्रेम की भावना को और भी मजबूत बनाता है।
बहराइच की यह परंपरा न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रतीक है, जो आने वाले वर्षों में भी इसी उत्साह और आस्था के साथ जारी रहेगी।