कुरावली में मिशन शक्ति 5.0 के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
मैनपुरी के कुरावली क्षेत्र के जमलापुर गांव में हाल ही में मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं, बालिकाओं और ग्रामीणों में सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना था। कार्यक्रम में उपजिलाधिकारी, प्रभारी निरीक्षक और मिशन शक्ति टीम के सदस्य भी शामिल हुए।
महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर जोर
इस जागरूकता कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों को हेल्पलाइन नंबर, साइबर अपराध, घरेलू हिंसा, महिलाओं और बच्चों के अधिकारों, तथा कानूनी सुरक्षा से संबंधित विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। उपजिलाधिकारी नीरज द्विवेदी ने इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों से अपील की कि संकट की स्थिति में वे तत्काल अधिकारियों या मिशन शक्ति टीम से संपर्क करें।
साइबर अपराध और आत्मरक्षा पर जानकारी
कार्यक्रम में प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह चौहान ने साइबर अपराध और ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे ग्रामीणों को इन समस्याओं से निपटने के लिए सतर्क रहना चाहिए। उपनिरीक्षक साक्षी तोमर ने महिलाओं और बच्चों को आत्मरक्षा के तरीके सिखाए और सरकारी योजनाओं के लाभों के बारे में भी जानकारी दी। मिशन शक्ति टीम की सदस्यों रीना, साधना और नेहा ने हेल्पलाइन नंबर और शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया की जानकारी प्रदान की।
ग्रामीणों की सकारात्मक प्रतिक्रिया
इस जागरूकता कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। उन्होंने अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए अत्यंत उपयोगी हैं। ग्रामीणों ने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा और जागरूकता ही सुरक्षा का सबसे बड़ा उपाय है।
आपात स्थिति में मदद के लिए संपर्क करें
अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की कि किसी भी आपात स्थिति में वे तत्काल मिशन शक्ति टीम या पुलिस से संपर्क करें। इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल जागरूकता बढ़ाते हैं, बल्कि ग्रामीणों के मन में सुरक्षा के प्रति विश्वास भी जगाते हैं। कार्यक्रम के समापन पर सभी ने महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के संकल्प के साथ एकजुटता दिखाई।
मिशन शक्ति का महत्व
मिशन शक्ति एक महत्वपूर्ण पहल है जो महिलाओं और बच्चों के अधिकारों की रक्षा करने और उन्हें सशक्त बनाने के उद्देश्य से कार्यरत है। इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम न केवल जानकारी प्रदान करते हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का भी प्रयास करते हैं। ऐसे कार्यक्रमों का नियमित आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा और अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने में मददगार साबित हो रहा है।
कुल मिलाकर, इस जागरूकता कार्यक्रम ने ग्रामीणों को सुरक्षा, कानूनी अधिकारों और आत्मरक्षा के उपायों के प्रति जागरूक किया। इस पहल से महिलाओं और बच्चों के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाने की दिशा में एक कदम और बढ़ाया गया है।