फतेहाबाद में आयोजित हुआ डांडिया महारास 2025
जनहित सामाजिक सेवा संस्थान द्वारा डांडिया महारास 2025 का भव्य आयोजन फतेहाबाद रोड स्थित एक होटल में किया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत माँ दुर्गा की प्रतिमा पर रुचि चतुर्वेदी द्वारा माला अर्पण कर की गई। माँ शक्ति की आराधना और भक्ति से ओतप्रोत इस आयोजन में क्षेत्र की महिलाएं और युवा उत्साह से शामिल हुए। इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल धार्मिक आस्था को प्रकट करना था, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर को भी सहेजना था।
उत्सव का माहौल और रंगारंग कार्यक्रम
कार्यक्रम का आयोजन ढोल की थाप और नृत्य की रंगीन लहरियों के बीच हुआ। उपस्थित महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों में उत्साहपूर्वक नृत्य किया, जिससे माहौल भक्तिमय और उल्लासपूर्ण बन गया। मुख्य अतिथि का स्वागत चुनरी और स्मृति चिन्ह भेंट कर किया गया, जिससे सभी उपस्थित लोग सम्मानित महसूस कर रहे थे।
- मुख्य अतिथि का स्वागत चुनरी और स्मृति चिन्ह भेंट कर किया गया।
- महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों में डांडिया नृत्य किया।
- भक्ति और उत्सव का संगम देखने को मिला।
संस्थान की महासचिव का संदेश
संस्था की संस्थापक एवं महासचिव सोनी त्रिपाठी ने बताया कि डांडिया केवल नृत्य नहीं, बल्कि माँ शक्ति की उपासना का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने इसे नारी सशक्तिकरण और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बताया। उनका मानना है कि इस प्रकार के आयोजनों से समाज में एकता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा मिलता है।
सोनी त्रिपाठी ने आगे कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल धार्मिक आस्था को दर्शाते हैं, बल्कि यह हमें हमारी सांस्कृतिक जड़ों से भी जोड़ते हैं। उन्होंने इस आयोजन की सफलता के लिए सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इसे संभव बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उपस्थित सदस्यों की भूमिका
इस अवसर पर सोनी त्रिपाठी के साथ कई अन्य प्रमुख सदस्य भी उपस्थित रहे, जिनमें सरिता तिवारी, अनिता सोनी, पूजा चावला, निधि गुप्ता, भावना अस्थाना, गुंजन शर्मा, पूजा शर्मा, और प्रीति दीक्षित शामिल थीं। कार्यक्रम में भक्ति, उत्सव और सामूहिकता का सुंदर संगम देखने को मिला, जो सभी के लिए यादगार अनुभव बना।
भविष्य की योजनाएँ
इस प्रकार के कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए संस्था ने भविष्य में कई और सांस्कृतिक गतिविधियों की योजना बनाई है। इसका उद्देश्य न केवल धार्मिक आस्था को बढ़ावा देना है, बल्कि युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति और परंपराओं से भी जोड़ना है। संस्था के सदस्यों ने संकल्प लिया है कि वे आगे भी इस तरह के आयोजन करते रहेंगे, ताकि समाज में सांस्कृतिक जागरूकता बनी रहे।
इस भव्य आयोजन ने सभी उपस्थित लोगों को एक साथ लाने का काम किया और सांस्कृतिक एकता को प्रदर्शित किया। कार्यक्रम के अंत में सभी ने मिलकर माँ दुर्गा की आरती की, जिससे एकता और भक्ति का अद्भुत अनुभव प्राप्त हुआ। इस आयोजन ने न केवल धार्मिक भावनाओं को जगाया, बल्कि सामाजिक एकता को भी बढ़ावा दिया।