गाजियाबाद: आसिफ हत्याकांड में छठे आरोपी का गिरफ्तार होना
गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र में 32 वर्षीय आसिफ की हत्या के मामले में पुलिस ने अब तक **छठे आरोपी गुलफाम** को भी गिरफ्तार कर लिया है। यह हत्या तीन दिन पहले डासना में हुई थी। इससे पहले, पुलिस ने गुरुवार को आसिफ की पत्नी **प्राची उर्फ आशी**, उसके प्रेमी **रिहान** और तीन अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया था। इस मामले में पुलिस तेजी से कार्रवाई कर रही है, जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि आरोपियों को सजा दिलाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
मृतक आसिफ का परिचय और हत्याकांड की जानकारी
आसिफ, जो कि **34 साल** का था और डासना में रहता था, निर्माणाधीन मकानों के लेंटर का जाल बांधने का काम करता था। घटना के दिन, यानी **मंगलवार** की शाम लगभग **8 बजे**, वह अपनी स्कूटी से घर लौट रहा था। रास्ते में **मयूर विहार** स्थित सिकरोडा रेलवे फाटक के पास, वहाँ मौजूद तीन युवकों ने उसे रोक लिया।
गिरफ्तारी से पहले, आसिफ के साथ हुई बर्बरता की कहानी बेहद भयावह है। एक हमलावर ने उसके मुंह में **तमंचे** की नाल डालकर गोली चला दी, जिससे आसिफ गंभीर रूप से घायल हो गया। गोली उसके मुंह से आर-पार निकल गई और इसके तुरंत बाद वह स्कूटी से गिर गया। इस वारदात का एक **CCTV फुटेज** भी सामने आया है, जिसमें हमलावर भागते हुए देखे जा सकते हैं।
प्राची उर्फ आशी का काला सच
आसिफ की पत्नी प्राची उर्फ आशी ने अपनी जीवनशैली और संबंधों के बारे में कुछ चौंकाने वाले तथ्य उजागर किए हैं। उसने बताया कि उसका पहले एक पति **दीपक** था, जिसे उसने बिना तलाक दिए छोड़ दिया था। प्राची ने **2022** में धर्म परिवर्तन कर आसिफ से निकाह किया था। उसने यह भी कहा कि आसिफ जेल में ड्रग्स तस्करी के आरोप में बंद था और इसी दौरान उसके प्रेमी रिहान से उसकी मुलाकात हुई थी।
प्राची ने पुलिस के समक्ष यह भी कहा कि, “मेरे पेट में पति का नहीं, बल्कि प्रेमी रिहान का बच्चा है।” यह उसकी बात इस मामले को और भी जटिल बना देती है। आसिफ के भाई ने इस मामले में रिहान, बिलाल, फरमान और दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस इस मामले में प्राची सहित **5** लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
समाज में फैली चर्चा और सवाल
इस हत्याकांड ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। लोग इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि कैसे प्रेम और विश्वास के नाम पर धोखा दिया जा सकता है। आसिफ की हत्या के पीछे की कहानी ने न केवल उसके परिवार बल्कि समाज को भी झकझोर कर रख दिया है।
- आसिफ की पत्नी ने अपने पहले पति को बिना तलाक दिए छोड़ दिया।
- धर्म परिवर्तन के बाद भी उसे शांति नहीं मिली।
- प्रेमी के साथ संबंधों ने एक निर्दोष व्यक्ति की जान ले ली।
इस घटनाक्रम ने यह भी दर्शाया है कि कैसे रिश्तों के बीच की जटिलताएँ और आपसी विश्वास टूटने से कोई भी व्यक्ति अपनी जान से हाथ धो सकता है। लोग अब इस मामले को लेकर पुलिस की कार्रवाई और न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
निष्कर्ष
गाजियाबाद का यह हत्याकांड न केवल एक खौफनाक घटना है, बल्कि यह समाज में विश्वास, प्रेम और रिश्तों की गहराई को भी दर्शाता है। पुलिस की कार्रवाई को देखकर यह उम्मीद है कि जल्द ही सभी आरोपियों को सजा मिलेगी और इस तरह की घटनाएँ भविष्य में न हों।
हमारी सलाह है कि समाज में ऐसे मामलों पर गंभीरता से चर्चा की जाए और एक-दूसरे के प्रति सम्मान और विश्वास को बढ़ावा दिया जाए।