जडेजा ने अपनी टीम में जगह को लेकर कहा
भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने हाल ही में कहा कि चयन उनके हाथ में नहीं है, लेकिन जब भी उन्हें मौका मिलेगा, वे टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने की पूरी कोशिश करेंगे। उन्होंने वनडे क्रिकेट में खेलने की अपनी इच्छा व्यक्त की है और वर्ल्ड कप के प्रति अपनी आकांक्षाओं को भी साझा किया। जडेजा का यह बयान तब आया है जब उन्हें हाल ही में टीम से बाहर रखा गया है।
टीम चयन पर जडेजा का दृष्टिकोण
जडेजा ने अपनी भावनाओं को साझा करते हुए कहा, “मैं हमेशा भारत के लिए खेलना चाहता हूं, लेकिन आखिर में फैसला टीम मैनेजमेंट, कोच, कप्तान और चयनकर्ताओं का होता है।” उन्होंने बताया कि इससे पहले टीम के अधिकारियों ने उनसे बातचीत की थी, इसलिए जब टीम की घोषणा हुई, तो उन्हें कोई आश्चर्य नहीं हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि यह अच्छी बात है कि चयनकर्ताओं ने उन्हें कारण भी बताया।
अपने प्रदर्शन पर भरोसा
जडेजा ने आगे कहा, “जब भी मुझे मौका मिलेगा, मैं वही करूंगा जो अब तक करता आया हूं। अगर मैं वर्ल्ड कप से पहले कुछ वनडे मैचों में अच्छा प्रदर्शन कर पाता हूं, तो यह टीम के लिए फायदेमंद रहेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि वर्ल्ड कप जीतना हर खिलाड़ी का सपना होता है, और इस बार उनकी पूरी कोशिश होगी कि वे उस सपने को पूरा कर सकें।
वनडे वर्ल्ड कप खेलने की ख्वाहिश
जडेजा अब 37 वर्ष के करीब हैं। पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के बाद उन्होंने इस प्रारूप से संन्यास ले लिया था, लेकिन फिर भी उन्होंने 2027 वनडे वर्ल्ड कप खेलने की इच्छा जताई है। यह दर्शाता है कि उनका क्रिकेट के प्रति जुनून और प्रतिबद्धता अभी भी बरकरार है।
बीसीसीआई की योजनाएं
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने भी कहा कि जडेजा अभी भी टीम की योजनाओं में शामिल हैं। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया में टीम के संयोजन को देखते हुए इस बार उन्हें विश्राम देना पड़ा। आगामी सीरीज के लिए वॉशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव को टीम में शामिल किया गया है।
सीरीज की जानकारी
बीसीसीआई ने आगामी सीरीज की घोषणा की है, जिसमें 29 अक्टूबर से 8 नवंबर तक दोनों टीमों के बीच पांच टी20 मुकाबले खेले जाएंगे। यह सीरीज भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह खिलाड़ियों की फॉर्म और संयोजन की जांच का एक बड़ा अवसर होगा।
जडेजा का भविष्य
जडेजा के लिए इस समय चुनौतीपूर्ण समय है, लेकिन उनके भीतर की इच्छा और खेल के प्रति उनका समर्पण उन्हें आगे बढ़ने में मदद करेगा। टीम में वापसी करने के लिए उन्हें अपने खेल में सुधार करना होगा और आगामी मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। उनकी मेहनत और दृढ़ संकल्प निश्चित रूप से उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता करेगा।
निष्कर्ष
इस प्रकार, रवींद्र जडेजा ने अपने विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त किया है कि वे हमेशा टीम के लिए खेलने के इच्छुक हैं। उनका यह बयान निश्चित रूप से उनके समर्पण और खेल के प्रति उनके प्रेम को दर्शाता है। आने वाले दिनों में जडेजा का प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट के लिए महत्वपूर्ण होगा, और सभी की नजरें उनकी वापसी पर होंगी।