Sharad Purnima 2025 Upay: शरद पूर्णिमा की रात चुपके से करें ये उपाय, मां लक्ष्मी का होगा आगमन; सभी मुरादें होंगी पूरी



Also Read ❮ Tribute: पंडित छन्नूलाल मिश्रा, हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक और पद्म विभूषण पुरस्कार विजेता,… Uttar Pradesh News: बागपत में ‘Leadership’ की नई पहचान, नरेंद्र चौहान बने… GST-2: आत्मनिर्भर भारत…

Sharad Purnima 2025 Upay: शरद पूर्णिमा की रात चुपके से करें ये उपाय, मां लक्ष्मी का होगा आगमन; सभी मुरादें होंगी पूरी

शरद पूर्णिमा 2025 के उपाय: भारतीय संस्कृति में शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन की रात को विशेष रूप से मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस रात चंद्रमा की किरणें व्यक्ति के जीवन की कठिनाइयों को दूर करने में सहायक होती हैं। शरद पूर्णिमा को ‘कोजागरी पूर्णिमा’ भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है ‘जो जागता है’। इस दिन मां लक्ष्मी अपने भक्तों के घर में आती हैं और उन्हें आशीर्वाद देती हैं।

आज शरद पूर्णिमा है और इसे मनाने का एक खास तरीका है। इस दिन रात के समय चंद्रमा की रोशनी में खीर रखने का महत्व है। इसके साथ ही, इस दिन कुछ विशेष उपाय किए जा सकते हैं, जो व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि लाने में मददगार साबित हो सकते हैं। आइए, जानते हैं इस दिन किए जाने वाले कुछ खास उपाय, जो मां लक्ष्मी की कृपा पाने में सहायक हो सकते हैं।

इस लेख में हम ज्योतिषाचार्य पंडित दयानंद त्रिपाठी से शरद पूर्णिमा के महत्व और उपायों के बारे में विस्तार से जानेंगे।

रात्रि में चंद्रमा को जल अर्पित करें

शरद पूर्णिमा की रात को एक तांबे के बर्तन में जल, अक्षत, सफेद फूल और कच्चा दूध मिलाकर चंद्रमा को अर्पित करें। साथ ही, घी का दीपक जलाना न भूलें। यह उपाय न केवल आपकी समस्याओं को दूर करेगा, बल्कि कुंडली में मौजूद चंद्र दोष से भी छुटकारा दिलाएगा। इस दिन चंद्रमा की पूजा से आपके जीवन में सुख और समृद्धि आएगी।

मां लक्ष्मी को चढ़ाएं विशेष चीजें

शरद पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी की पूजा विधिपूर्वक करें। घर के ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें। मां लक्ष्मी को मिठाई, सफेद फूल और सुहाग का सामान चढ़ाएं। इसके साथ ही कनकधारा स्तोत्र का पाठ अवश्य करें। इस उपाय से आपके जीवन में सुख-सौभाग्य की वृद्धि होगी और आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।

शरद पूर्णिमा के दिन दान का महत्व

इस दिन सप्तधान्य का दान करना अति शुभ माना जाता है। सप्तधान्य का अर्थ है सात प्रकार के अनाज, जिनका दान करने से मानसिक शांति एवं रोगों से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा, सफेद चीजों का दान भी इस दिन करना चाहिए। ये चीजें जैसे कि दूध, चावल, चीनी आदि, दान करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है। दान करने से न केवल आपको मानसिक शांति मिलती है, बल्कि यह पुण्य का भी कार्य है।

शरद पूर्णिमा के अवसर पर विशेष पूजा विधि

शरद पूर्णिमा पर विशेष पूजा विधि का पालन करना चाहिए। इस दिन विशेष रूप से सफेद वस्तुओं का उपयोग करें, जैसे कि सफेद कपड़े पहनें और सफेद रंग की चीजें चढ़ाएं। पूजा के दौरान ध्यान रखें कि सभी सामग्री शुद्ध हो। पूजा समाप्ति के बाद प्रसाद का वितरण करें और सभी का आशीर्वाद प्राप्त करें।

शरद पूर्णिमा से जुड़े अन्य उपाय

शरद पूर्णिमा के दिन कुछ और उपाय भी किए जा सकते हैं, जैसे:

  • रात में चंद्रमा की रोशनी में खीर बनाकर उसकी पूजा करना।
  • घर के चारों ओर दीप जलाना, जिससे नकारात्मक ऊर्जा दूर हो सके।
  • मां लक्ष्मी के चित्र के सामने एक सफेद कपड़े पर मिठाई रखकर उनकी कृपा का आह्वान करना।

इन उपायों को करने से व्यक्ति के जीवन में सुख और समृद्धि का वास होता है। यह दिन विशेष रूप से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने का एक अवसर है।

निष्कर्ष

शरद पूर्णिमा का पर्व केवल धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। इस दिन किए गए उपाय और पूजा विधि न केवल व्यक्तिगत जीवन में बदलाव लाते हैं, बल्कि समाज में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं। इस शरद पूर्णिमा पर, मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उपरोक्त सभी उपायों को अवश्य अपनाएं और अपने जीवन में सुख-समृद्धि लाने का प्रयास करें।

लेखक –

copyrights @ 2025 khabar24live

Exit mobile version