जालोर में संविदाकर्मी का आत्महत्या मामला, पुलिस ने शुरू की जांच
राजस्थान के जालोर जिले से एक दुखद खबर सामने आई है, जहां नर्मदा प्रोजेक्ट में तैनात एक संविदाकर्मी ने आत्महत्या कर ली। घटना बिशनगढ़ थाना क्षेत्र के कतरोसन गांव के पास स्थित एक सुनसान इलाके में हुई, जहां युवक का शव पेड़ पर लटकता हुआ पाया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई शुरू की।
मृतक की पहचान 40 वर्षीय पारसाराम के रूप में हुई है, जो सायला के आलासन गांव का निवासी था। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, पारसाराम ने गुरुवार दोपहर में छुट्टी लेकर घर जाने का निर्णय लिया था। उसकी आत्महत्या की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है, जिसके चलते परिजनों और स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
परिवार और पड़ोसियों में शोक की लहर
पारसाराम के परिजनों ने बताया कि वह गुरुवार की रात घर नहीं लौटा, जिसके बाद उन्होंने उसे फोन किया, लेकिन उसका फोन बंद था। इस पर उन्होंने उसकी तलाश शुरू की। देर रात तक उसका कोई पता नहीं चलने पर, परिवार ने बिशनगढ़ पुलिस को सूचना दी। रात 10:30 बजे के आसपास पुलिस को सूचना मिली कि कतरोसन गांव में एक युवक का शव फंदे से लटका हुआ है।
पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतारा और उसे मांडवला अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवा दिया। पारसाराम की आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस ने परिजनों से पूछताछ शुरू कर दी है। अभी तक कोई ठोस कारण सामने नहीं आया है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि पारसाराम ने ऐसा कदम क्यों उठाया।
नर्मदा प्रोजेक्ट में तैनाती और उसके प्रभाव
पारसाराम नर्मदा प्रोजेक्ट में संविदाकर्मी के रूप में कार्यरत था। यह प्रोजेक्ट स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, लेकिन इसके साथ ही कई बार कार्यस्थल पर मानसिक दबाव भी बढ़ सकता है। पारसाराम के करीबी लोगों का कहना है कि वह पिछले कुछ समय से मानसिक तनाव में था, लेकिन यह नहीं बताया जा सका कि उसके तनाव की वजह क्या थी।
स्थानीय लोगों ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और इसे एक बड़ी सामाजिक समस्या के रूप में सामने रखा है। उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों में बढ़ोतरी चिंताजनक है और सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की योजना
बिशनगढ़ पुलिस ने पारसाराम के आत्महत्या मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि वे मामले के सभी पहलुओं पर ध्यान देंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि मृतक के परिवार को न्याय मिले।
- पुलिस ने परिजनों से जानकारी जुटाई है।
- आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए पड़ोसियों से भी पूछताछ की जाएगी।
- मामले को गंभीरता से लेते हुए उचित कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने न केवल पारसाराम के परिवार को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि पूरे समुदाय में एक गहरी चिंता और शोक की लहर फैला दी है। समाज के विभिन्न वर्गों से अपील की जा रही है कि वे मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को गंभीरता से लें और जरूरतमंदों की सहायता करें।
उम्मीद है कि इस दुखद घटना के बाद समाज जागरूक होगा और ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए उचित कदम उठाएगा। पुलिस की जांच के साथ-साथ, स्थानीय प्रशासन को भी इस दिशा में आगे बढ़ने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में किसी और परिवार को इस तरह का सामना न करना पड़े।