Synthetic पनीर: जयपुर में धौलपुर से लाए जा रहे सिंथेटिक पनीर की खैप पकड़ी, सीएमएचओ की टीम ने की कार्रवाई



जयपुर में मिलावटी पनीर की खेप पकड़ी गई जयपुर की सीएमएचओ सैंकड की फूड सेफ्टी टीम ने आज सुबह एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए जगतपुरा में एक कार से मिलावटी…

Synthetic पनीर: जयपुर में धौलपुर से लाए जा रहे सिंथेटिक पनीर की खैप पकड़ी, सीएमएचओ की टीम ने की कार्रवाई

जयपुर में मिलावटी पनीर की खेप पकड़ी गई

जयपुर की सीएमएचओ सैंकड की फूड सेफ्टी टीम ने आज सुबह एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए जगतपुरा में एक कार से मिलावटी पनीर की खेप पकड़ी। प्रारंभिक जांच में यह पता चला कि यह पनीर सिंथेटिक है, जो दूध पाउडर और पाम ऑयल मिलाकर बनाया गया था। टीम ने पनीर के सैंपल लेकर उसे नष्ट कर दिया है, जिससे स्थानीय बाजार में मिलावटी उत्पादों की बिक्री पर लगाम लगाने की कोशिश की जा रही है।

फूड सेफ्टी टीम की कार्रवाई

सीएमएचओ डॉ. मनीष मित्तल के अनुसार, फूड सेफ्टी इंस्पेक्टर विनोद थारवान और राजेश नागर समेत अन्य टीम के सदस्य आज सुबह सूचना मिलने के बाद जगतपुरा रेलवे फाटक पर तैनात थे। उन्हें जानकारी मिली थी कि एक गाड़ी में मिलावटी पनीर लाकर जयपुर में सप्लाई किया जा रहा है। जैसे ही मारूति इको कार वहां पहुंची, टीम ने उसे रुकवाया और इसकी जांच की।

पनीर की आपूर्ति का खुलासा

कार की जांच के दौरान टीम को पाया गया कि उसमें एक प्लास्टिक बॉक्स में पनीर भरा हुआ था। कार चालक, जो धौलपुर का निवासी है, ने बताया कि वह यह पनीर हरियाणा के नूंह जिले से खरीदकर लाता है और इसे जयपुर के रेस्टोरेंट, ढाबों तथा होटलों में सप्लाई करता है। कागजी जांच में यह पनीर लगभग 350 किलोग्राम पाया गया और इसकी गुणवत्ता संदिग्ध थी।

पनीर की बिक्री की दर

पूछताछ में यह भी सामने आया कि यह मिलावटी पनीर रेस्टोरेंट, होटल और ढाबों पर 220 से 240 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से बेचा जाता था, जबकि इसे हरियाणा से 190 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से खरीदा जाता था। यह जानकारी सीएमएचओ डॉ. मनीष मित्तल द्वारा साझा की गई। उन्होंने बताया कि दीपावली के त्यौहार के मद्देनजर जयपुर शहर और उसके आस-पास के इलाकों में बड़ी मात्रा में पनीर, घी, तेल, मसाले, और सूखे मेवे की बिक्री होती है।

त्यौहारी सीजन में सतर्कता बढ़ी

दीपावली जैसे त्यौहारों के दौरान खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। डॉ. मित्तल ने कहा कि इस प्रकार की मिलावट से लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा हो सकता है। इसलिए, इस बार खाद्य सुरक्षा पर कड़ी निगरानी रखने और मिलावटी उत्पादों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है।

आगे की कार्रवाई

फूड सेफ्टी टीम ने यह सुनिश्चित किया है कि ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई की जाएगी और जो लोग मिलावटी खाद्य पदार्थों का कारोबार कर रहे हैं, उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी। टीम ने इस कार्रवाई के बाद यह संदेश दिया है कि किसी भी प्रकार की मिलावट बर्दाश्त नहीं की जाएगी और लोगों को सुरक्षित और शुद्ध खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास जारी रहेंगे।

इस प्रकार की कार्रवाइयों से यह स्पष्ट होता है कि खाद्य सुरक्षा के प्रति प्रशासन की संवेदनशीलता बढ़ रही है, और उपभोक्ताओं को सुरक्षित खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लगातार प्रयास जारी हैं। इस संदर्भ में आम जनता से भी अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध खाद्य पदार्थ की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें।

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