हनुमानगढ़ पुलिस की नशा तस्करी पर बड़ी कार्रवाई
हनुमानगढ़ पुलिस ने हाल ही में नशा तस्करी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए 10,000 प्रतिबंधित प्रेगाबालिन कैप्सूल जब्त किए हैं। इस कार्रवाई में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्हें औषधि नियंत्रण अधिकारी के हवाले कर दिया गया है। यह कार्रवाई जिले में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए की गई है, जोकि एक गंभीर समस्या बनती जा रही है।
पुलिस अधीक्षक हनुमानगढ़ हरी शंकर ने बताया कि जिले में नशा तस्करी, अवैध मादक पदार्थों और अन्य आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम के लिए सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कानून व्यवस्था बनाए रखी जा सके, पुलिस की सभी इकाइयों को सक्रियता से कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया है।
पुलिस की निगरानी में कार्रवाई
इस कार्रवाई को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जनेश तंवर और वृत्ताधिकारी मीनाक्षी की निकटतम सुपरविजन में अंजाम दिया गया। पुलिस थाना सदर के थानाधिकारी राकेश सांखला के नेतृत्व में पुलिस चौकी डबली राठान प्रभारी एएसआई कुलदीप मीणा की टीम ने नाकाबंदी के दौरान इस सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया। टीम ने पांच आरोपियों को पकड़ा, जिनके पास से 10,000 प्रतिबंधित प्रेगाबालिन कैप्सूल बरामद हुए।
गिरफ्तारी करने वाली टीम में एएसआई कुलदीप मीणा के अलावा कॉन्स्टेबल सुरेंद्र सिंह, कॉन्स्टेबल चंदभान और कॉन्स्टेबल कृष्ण लाल शामिल थे। विशेष रूप से कॉन्स्टेबल कृष्ण लाल की इस कार्रवाई में महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिसने नशे के कारोबार को समाप्त करने में अपनी दक्षता दिखाई।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान निम्नलिखित है:
- दीपान्शु, पुत्र विनोद कुमार अरोड़ा (22 वर्ष, वार्ड नं 17, रिद्धि सिद्धि कॉलोनी, जवाहरनगर, श्रीगंगानगर)
- मिठु, पुत्र रमेश कुमार वर्मा (26 वर्ष, वार्ड नं 29, मेन रोड, प्रेमनगर, कोतवाली, श्रीगंगानगर)
- राहुल कुमार उर्फ खण्डा, पुत्र राजेंद्र कुमार अरोड़ा (30 वर्ष, वार्ड नं 17, डबलीबास मौलवी)
- अभिषेक, पुत्र राजेंद्र कुमार अरोड़ा (24 वर्ष, वार्ड नं 11, सेतिया फार्म, तुलसी कॉलोनी, कोतवाली, श्रीगंगानगर)
- मोहित नागपाल, पुत्र चिमनलाल अरोड़ा (33 वर्ष, वार्ड नं 20, सेतिया फार्म, कोतवाली, श्रीगंगानगर)
नशा तस्करी की समस्या और पुलिस की भूमिका
राजस्थान में नशा तस्करी एक गंभीर समस्या बनती जा रही है, जिससे समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। पुलिस द्वारा की गई यह कार्रवाई न केवल तस्करों के खिलाफ एक सख्त संदेश है, बल्कि यह यह भी दर्शाती है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस कितनी गंभीर है। नशे के कारोबार में संलिप्त लोगों के खिलाफ इस प्रकार की कार्रवाई भविष्य में भी जारी रखी जाएगी।
पुलिस अधीक्षक ने यह भी बताया कि नशा तस्करी के खिलाफ यह अभियान केवल एक शुरुआत है। भविष्य में भी इस प्रकार की सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि इस समस्या का समुचित समाधान किया जा सके। इसके लिए पुलिस को समाज के सहयोग की भी आवश्यकता है, ताकि नशे के प्रभाव को समाप्त किया जा सके।
इस कार्रवाई ने यह सिद्ध कर दिया है कि हनुमानगढ़ पुलिस न केवल अपराधियों के खिलाफ सख्त है, बल्कि वे समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। आगे आने वाले समय में पुलिस की सक्रियता को देखते हुए उम्मीद की जा सकती है कि नशा तस्करी में कमी आएगी और लोग एक स्वस्थ जीवन की ओर बढ़ेंगे।