Rajasthan News: Congressification के आरोप में बिहाणी बोले- कुमावत अब खुद को ब्रह्मा समझने लगे हैं, धनंजय ने किया समर्थन



राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में सियासी विवाद: जयदीप बिहाणी का कड़ा हमला राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) में चल रहे सियासी और प्रशासनिक विवाद के बीच बीजेपी विधायक तथा एडहॉक कमेटी के…

Rajasthan News: Congressification के आरोप में बिहाणी बोले- कुमावत अब खुद को ब्रह्मा समझने लगे हैं, धनंजय ने किया समर्थन

राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में सियासी विवाद: जयदीप बिहाणी का कड़ा हमला

राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) में चल रहे सियासी और प्रशासनिक विवाद के बीच बीजेपी विधायक तथा एडहॉक कमेटी के पूर्व संयोजक जयदीप बिहाणी ने मौजूदा कन्वीनर दीनदयाल कुमावत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बिहाणी ने स्पष्ट कहा कि कुमावत ने कभी भी अपनी जिम्मेदारियों को सही तरीके से नहीं निभाया और अब वे खुद को ही ब्रह्मा समझने लगे हैं। उनका यह बयान RCA और क्रिकेट के कांग्रेसीकरण की ओर इशारा करता है।

बिहाणी ने कहा कि जब वे सत्ता में थे, तब RCA में किसी प्रकार के आर्थिक हेराफेरी का कोई आरोप नहीं लगा। उन्होंने यह भी बताया कि खिलाड़ियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिए गए थे और जिन पर आपत्ति हुई, उन्हें आपसी सहमति से सुलझाया गया। उनका कार्यकाल ऐसा रहा कि कभी भी उन्हें सड़कों पर उतरकर लड़ाई की नौबत नहीं आई।

लोकपाल की नियुक्ति में गड़बड़ी का आरोप

जयदीप बिहाणी ने लोकपाल की नियुक्ति में भी गड़बड़ी का आरोप लगाया है। उनके अनुसार, कुमावत ने कांग्रेस शासनकाल में भवानी सामोता के समय जो लोकपाल थे, उन्हें ही दोबारा नियुक्त किया है। यह साफ तौर पर दिखाता है कि कुमावत RCA और क्रिकेट के कांग्रेसीकरण की दिशा में अग्रसर हैं। इस स्थिति को लेकर बिहाणी ने चिंता व्यक्त की है।

“कुमावत की ओर से की गई लोकपाल की नियुक्ति में भी गड़बड़ी हुई है। इससे साफ है कि कुमावत RCA और क्रिकेट का कांग्रेसीकरण करना चाह रहे हैं।”

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RCA में निर्णय लेने की प्रक्रिया पर सवाल

बिहाणी ने यह भी कहा कि पहले RCA में बहुमत के निर्णय को उचित माना जाता था, लेकिन अब केवल कन्वीनर के फैसले लागू हो रहे हैं, जो कि एक गलत प्रथा है। उनका मानना है कि सभी सदस्यों की सहमति से निर्णय लेने की आवश्यकता है, ताकि RCA की पारदर्शिता बनी रहे।

बिहाणी ने आरोप लगाया कि कुमावत अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि जोधपुर जिला संघ को हटाना था, तो इसे पहले दिन ही किया जाना चाहिए था। अब जाकर यह निर्णय लेना उनकी सोच को दर्शाता है। यह स्थिति न केवल क्रिकेट बल्कि पूरे खेल प्रशासन के लिए चिंताजनक है।

धनंजय सिंह खींवसर का समर्थन

बिहाणी के इस बयान का समर्थन करते हुए धनंजय सिंह खींवसर ने कहा कि पूर्व संयोजक द्वारा दिए गए साक्ष्यों का वे आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे RCA और क्रिकेट के उज्ज्वल भविष्य और पारदर्शिता के लिए हमेशा समर्पित रहेंगे। खींवसर ने यह भी स्पष्ट किया कि जो लोग RCA को व्यक्तिगत स्वार्थ और भ्रष्टाचार का माध्यम बना रहे हैं, उनके खिलाफ निडर होकर सत्य के पक्ष में खड़े रहेंगे।

निष्कर्ष

राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में चल रहे इस विवाद ने खेल प्रशासन की गंभीरता पर सवाल उठाए हैं। अगर इस विवाद का समाधान नहीं किया गया, तो यह क्रिकेट के विकास और खिलाड़ियों के भविष्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में सभी पक्षों को मिलकर RCA के हित में निर्णय लेने की आवश्यकता है। क्रिकेट के प्रति प्रेम और सम्मान को बनाए रखते हुए, एक नई दिशा की ओर बढ़ना ही इस विवाद का सही समाधान हो सकता है।

इस विवाद पर नजर रखना आवश्यक है, क्योंकि यह केवल क्रिकेट नहीं, बल्कि राजस्थान की खेल संस्कृति के भविष्य को भी प्रभावित कर सकता है।

राजस्थान समाचार हिंदी में

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