सीकर में मां और चार बच्चों का सामूहिक सुसाइड: जांच जारी
सीकर की अनिरुद्ध रेजिडेंसी में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक मां और उसके चार बच्चों ने सामूहिक आत्महत्या की। यह घटना शनिवार को हुई, जब पड़ोसियों ने फ्लैट से उठती बदबू की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर पुलिस जब मौके पर पहुंची, तो उन्हें फ्लैट के अंदर चार शव मिले, जिनमें मां किरण देवी उर्फ पिंकी (40) और उसके चार बच्चे शामिल थे।
शवों की पहचान और घटनाक्रम
पुलिस ने जांच में पाया कि मृतकों में मां किरण के साथ उसके तीन बेटे—सुमित (18), आयु (4), अविनाश (2.5) और बेटी स्नेहा (13) शामिल थे। सभी शव काफी सड़ चुके थे, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि उनकी मौत को काफी समय हो गया था। पुलिस ने मौके से **8 सेल्फोस** के इस्तेमाल किए हुए पैकेट और एक **लिक्विड जहर** की शीशी बरामद की। घटना की गंभीरता को देखते हुए सभी शवों को सीकर के **एसके हॉस्पिटल** की मोर्चरी में रखा गया।
परिवार के पीछे की कहानी
महिला किरण ने अपने पहले पति **नेमीचंद** के साथ 2006 में लव मैरिज की थी, जिससे उसे एक बेटा और एक बेटी हुई। हालांकि, 2019 में उनका तलाक हो गया। इसके बाद किरण ने प्राइवेट स्कूल के शिक्षक **शैलेश** के साथ रहने का निर्णय लिया, जिससे उसे दो और बेटे हुए। लेकिन पिछले साल, किरण ने शैलेश के खिलाफ एक रेप का मामला दर्ज कराया, जो बाद में पुलिस की जांच में झूठा पाया गया। इस घटना के बाद शैलेश ने किरण से दूरी बना ली थी।
पुलिस जांच और संभावित कारण
पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, ऐसा प्रतीत होता है कि परिवार ने खाने की किसी चीज में जहर मिलाकर सामूहिक आत्महत्या की। इस संबंध में पुलिस ने खाने की वस्तुओं और अन्य चीजों के सैंपल लिए हैं, जिनकी जांच जारी है। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि आत्महत्या के पीछे क्या कारण थे।
सोशल मीडिया पर सक्रियता
किरण देवी सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय थीं। उनके फेसबुक पेज पर **7 हजार से अधिक फॉलोअर्स** थे, और वे यूट्यूब पर मारवाड़ी कॉमेडी के वीडियो भी अपलोड करती थीं। उनके बच्चे सुमित और स्नेहा भी सोशल मीडिया पर एक्टिव थे और नियमित रूप से रील और फोटो साझा करते थे। इस प्रकार, यह परिवार एक सामान्य जीवन जीते हुए प्रतीत होता था, लेकिन इस घटना ने सबको चौंका दिया है।
परिवार का बिखराव और प्रशासन का बयान
पुलिस ने बताया कि मृतका के पहले पति ने शव लेने से इनकार कर दिया है, जबकि दूसरे पति शैलेश से वार्ता जारी है। सीकर के सीओ धोद **सुरेश कुमार शर्मा** ने कहा कि इस मामले में सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह घटना न केवल परिवार के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ा सदमा है।
समाज में जागरूकता की आवश्यकता
इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल उठाया है कि समाज में मानसिक स्वास्थ्य और परिवारिक कलह के मुद्दों पर चर्चा की आवश्यकता है। ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए लोगों को खुलकर बात करने और सहायता मांगने की आदत डालनी चाहिए। समाज के सभी वर्गों को यह समझना होगा कि आत्महत्या कोई समाधान नहीं है, और इसके लिए उचित सहायता प्राप्त करना आवश्यक है।
इस दुखद घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि परिवारों में आपसी संबंधों को मजबूत बनाने और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है। प्रशासन और समाज के सभी वर्गों को मिलकर इस दिशा में काम करना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।