सवाई माधोपुर में बुजुर्ग महिला के साथ दर्दनाक घटना
सवाई माधोपुर से एक बेहद ही दर्दनाक घटना की सूचना आ रही है, जहां 65 वर्षीय कमला देवी का पैर काटकर उनके चांदी के कड़े लूट लिए गए। यह घटना 8 अक्टूबर की रात को घटित हुई, जब कमला देवी को खाने के बहाने एक स्थान पर बुलाया गया और फिर उनके साथ अत्याचार किया गया। उन्हें जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
घटना का विवरण
कमला देवी ने बताया कि आरोपी ने उन्हें पहले खाना खिलाया। उन्होंने कहा, “उसने आलू-प्याज की सब्जी और परांठा बना कर खिलाया। उसने मुझसे कहा कि कोई टेंशन मत करो, मैं तुम्हें सुबह छोड़ दूंगा।” इसके बाद, आरोपी ने उन्हें एक सुनसान जगह पर ले जाकर उनके पैर काट दिए। यह सब कुछ इतनी जल्दी हुआ कि कमला देवी को समझ ही नहीं आया।
आरोपियों की पहचान
पुलिस ने इस मामले में आरोपियों की पहचान कर ली है। रामोतार उर्फ काडू बैरवा और उसकी महिला मित्र तनु उर्फ सोनिया को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, रामोतार एक महीने पहले ही जेल से बाहर आया था और इससे पहले भी इस प्रकार की घटनाओं में शामिल रहा है।
कमला देवी की कहानी
कमला देवी ने आगे बताया कि कैसे आरोपी ने उन्हें पहले अपने घर बुलाया और फिर अपने कमरे में ले जाकर उन्हें बेहोश कर दिया। उन्होंने कहा, “मुझे कुछ भी याद नहीं है, बस इतना पता है कि मुझे बेहोश किया गया और उसके बाद मेरे पैर काटे गए।” जब उन्हें होश आया, तो उन्होंने खुद को घास में पाया और किसी तरह रेंगते हुए मदद के लिए बाहर आईं।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने कमला देवी की बहू के मोबाइल की लोकेशन के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने पहले भी इसी प्रकार की वारदातें की हैं। पुलिस ने उन लोगों की पहचान भी कर ली है, जिन्हें आरोपियों ने कड़े बेचे थे।
महिला की अपील
कमला देवी ने कहा, “अब महाराज, मैं क्या कहूं। मैं बस यही चाहती हूं कि आरोपियों को कड़ी सजा मिले ताकि वे फिर कभी किसी और के साथ ऐसा न कर सकें।” इस घटना ने न केवल कमला देवी के जीवन को प्रभावित किया है, बल्कि पूरे समुदाय में भय का माहौल भी पैदा कर दिया है।
समाज में सुरक्षा की आवश्यकता
इस घटना ने समाज में सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उजागर किया है। बुजुर्गों को इस प्रकार की घटनाओं से बचाने के लिए सुरक्षा उपायों को और अधिक सख्त करने की आवश्यकता है। साथ ही, समाज के सदस्यों को भी एक-दूसरे की मदद करने के लिए आगे आना चाहिए, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
निष्कर्ष
इस दुखद घटना ने हमें यह सिखाया है कि हमें अपने आस-पास के लोगों का ध्यान रखना चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि के खिलाफ सजग रहना चाहिए। कमला देवी की कहानी एक चेतावनी है कि हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए और बुजुर्गों को सुरक्षित रखने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए।
इस मामले में आगे की जांच जारी है और पुलिस ने सभी आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। हम सभी को मिलकर ऐसे मामलों के खिलाफ आवाज उठानी होगी ताकि समाज में सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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