राजस्थान में हत्या के मामले में तीन गिरफ्तार
भीलवाड़ा जिले के गंगापुर थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली हत्या के मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में एक महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों में मृतक का ममेरे भाई, उसकी पत्नी और एक अन्य व्यक्ति शामिल हैं।
हत्या की घटना का विवरण
गुरुवार को गंगापुर रायपुर रोड पर स्थित स्पिन फैड मिल के पास एक व्यक्ति की लाश मिलने की सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। मृतक की पहचान अमराराम (50) के रूप में हुई। पुलिस ने बताया कि मृतक के चेहरे और सिर पर धारदार हथियार से गम्भीर चोटें थीं। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि अमराराम ने अपने ममेरे भाई रोशन को एक लाख रुपये उधार दिए थे, जिसके बाद रोशन ने ब्याज के रूप में 7 लाख रुपये वसूल कर लिए थे। इस वजह से रोशन और उसकी पत्नी प्रेम देवी ने मिलकर अमराराम की हत्या का घिनौना अपराध किया।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
गंगापुर थाना प्रभारी लीलाधर मालवीय ने बताया कि हत्या के बाद पुलिस ने अलग-अलग टीमें बनाई। जांच के दौरान यह पता चला कि अमराराम का फोन बुधवार दोपहर 12:30 बजे बंद हो गया था और उसकी लास्ट लोकेशन मेहतता पेट्रोल पंप के पास पाई गई। इसी दौरान पुलिस को रोशन पर संदेह हुआ, क्योंकि अमराराम को उसकी होटल में भी देखा गया था। पूछताछ के दौरान रोशन ने हत्या की बात स्वीकार कर ली और बताया कि उसने अपनी पत्नी प्रेम देवी और अपने दोस्त संतोष के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था।
मृतक के परिवार का प्रदर्शन
मृतक के भाई राम ने हत्या का मामला दर्ज करवाया, जिसमें बताया गया कि अमराराम के गहने भी गायब हैं। इस मामले को लेकर मृतक के परिजनों ने 12 घंटे तक प्रदर्शन किया, जिससे पुलिस पर दबाव बना और मामले की गंभीरता को समझते हुए कार्रवाई की गई।
आर्थिक तनाव और हत्या का कारण
पूछताछ के दौरान रोशन ने बताया कि अमराराम ब्याज पर पैसे उधार देने का काम करता था। चार साल पहले उसने रोशन को एक लाख रुपये उधार दिए थे और ब्याज के साथ मिलाकर रोशन ने 7 लाख रुपये चुका दिए थे। रोशन की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वह अमराराम से परेशान था। इस हत्या में शामिल संतोष ने भी अमराराम से 50 हजार रुपये उधार लिए थे और वह 72 हजार रुपये चुका चुका था। दोनों ही अमराराम की ब्याज वसूली से परेशान थे।
हत्या की योजना और अंजाम
8 अक्टूबर को अमराराम ने रोशन के पास उधार दिए रुपये वसूलने के लिए उसकी होटल पर जाने का फैसला किया। होटल में कुछ समय बिताने के बाद जब अमराराम सो गया, तब रोशन ने उसके सिर और चेहरे पर धारदार हथियार से कई वार किए। इसके बाद शव को बोरी में डालकर कचरे में छिपा दिया गया। सबूत मिटाने के लिए शव को स्पिन मील के पास एक सुनसान प्लॉट में फेंक दिया गया। संतोष ने मृतक की बाइक को कुएं में फेंक दिया ताकि मामला और जटिल हो जाए।
समुदाय की प्रतिक्रिया और पुलिस की चुनौती
इस घटना ने स्थानीय समुदाय में दहशत पैदा कर दी है और लोग न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अधिक सतर्कता बरतने का निर्णय लिया है। गंगापुर थाना क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने के लिए पुलिस ने कई उपाय किए हैं ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।
इस मामले ने यह सवाल उठाया है कि क्या समाज में आर्थिक तनाव और व्यक्तिगत संबंधों में तनाव के चलते इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं। यह घटना एक बार फिर से यह सिद्ध करती है कि आर्थिक समस्याएं केवल व्यक्तिगत नहीं होतीं, बल्कि समाज में भी व्यापक असर डाल सकती हैं।
इस मामले में गिरफ्तार तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जाएगा, जहां से आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने मामले की पूरी जांच करने का आश्वासन दिया है और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करने का संकल्प लिया है।
इस मामले से जुड़ी सभी जानकारियों पर पुलिस नजर बनाए हुए है और आगे की जांच जारी है।