Lumpy Rajasthan News: ब्यावर में जिले का पहला लंपी सेंटर शुरू, वंदे गौ मातरम ट्रस्ट ने गौवंशों के उपचार की की पहल



ब्यावर में लंपी रोग के उपचार के लिए पहला क्वारैंटाइन सेंटर स्थापित राजस्थान के ब्यावर में वंदे गौ मातरम चैरिटेबल ट्रस्ट ने लंपी रोग के बढ़ते संक्रमण के बीच जिले…

Lumpy Rajasthan News: ब्यावर में जिले का पहला लंपी सेंटर शुरू, वंदे गौ मातरम ट्रस्ट ने गौवंशों के उपचार की की पहल

ब्यावर में लंपी रोग के उपचार के लिए पहला क्वारैंटाइन सेंटर स्थापित

राजस्थान के ब्यावर में वंदे गौ मातरम चैरिटेबल ट्रस्ट ने लंपी रोग के बढ़ते संक्रमण के बीच जिले का पहला क्वारैंटाइन सेंटर शुरू किया है। यह सेंटर मसूदा रोड पर प्रभु की बगिया के निकट स्थित है और इसका मुख्य उद्देश्य संक्रमित गौवंशों का उपचार करना है। इस पहल से न केवल पशुओं के स्वास्थ्य को सुरक्षित किया जाएगा, बल्कि लंपी रोग के प्रसार को भी नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।

इस सेंटर का औपचारिक उद्घाटन तहसीलदार हनुंत रावत के द्वारा किया गया। इस मौके पर ट्रस्ट के अध्यक्ष दीपक रांकावत ने बताया कि लंपी रोग तेजी से फैल रहा है, और केवल एक दिन में ब्यावर और आसपास के क्षेत्रों से 15 संक्रमित गौवंशों को उपचार के लिए सेंटर लाया गया है। इस प्रकार की घटनाएं स्थानीय पशुपालकों के लिए चिंता का विषय बन गई हैं।

संक्रमित गौवंशों के लिए चिकित्सा और देखभाल की व्यवस्था

रांकावत ने यह भी जानकारी दी कि सेंटर पर संक्रमित गौवंशों के लिए आवश्यक देखभाल, चिकित्सा सुविधा और पौष्टिक आहार की व्यवस्था की गई है। उन्होंने क्षेत्र के गौपालकों से अपील की कि वे अपने पशुओं को बाहर न छोड़ें। अगर किसी पशु में लंपी रोग के लक्षण दिखें, तो तुरंत उपचार कराना आवश्यक है। इसके लिए ट्रस्ट ने एक हेल्पलाइन नंबर 7219989000 भी जारी किया है, जिस पर संपर्क कर मदद प्राप्त की जा सकती है।

हेल्पलाइन नंबर पर फोन करने पर गौपालकों को आवश्यक मार्गदर्शन और सहायता प्रदान की जाएगी। यह कदम उन पशुपालकों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा, जो अपने संक्रमित पशुओं को जल्द से जल्द उपचारित करना चाहते हैं। ट्रस्ट का यह प्रयास निश्चित रूप से क्षेत्र में लंपी रोग के संक्रमण को रोकने में सहायक होगा।

स्थानीय प्रशासन और समाज का सहयोग

तहसीलदार हनुंत रावत ने ट्रस्ट की इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह कदम न केवल गौवंशों की रक्षा करेगा, बल्कि संक्रमण के प्रसार को रोकने में भी महत्वपूर्ण साबित होगा। इस सेंटर के शुभारंभ के अवसर पर ट्रस्ट के सदस्य और कई सामाजिक कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। उनकी उपस्थिति ने इस पहल को और अधिक मजबूती प्रदान की है।

ब्यावर में लंपी रोग के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए, यह आवश्यक है कि सभी गौपालक सतर्क रहें और अपने पशुओं की देखभाल करें। सार्वजनिक स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी यह पहल अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि लंपी रोग का संक्रमण न केवल पशुओं के लिए बल्कि मानव स्वास्थ्य के लिए भी खतरा बन सकता है।

समाज में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता

इस प्रकार की घटनाओं से यह स्पष्ट है कि समाज में जागरूकता फैलाना आवश्यक है। गौपालकों को चाहिए कि वे अपने पशुओं की नियमित जांच कराएं और किसी भी बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत उचित कदम उठाएं। इसके साथ ही, स्थानीय सरकार और गैर सरकारी संगठनों को मिलकर इस दिशा में प्रयास करने की आवश्यकता है ताकि ऐसे संक्रमण को समय पर रोका जा सके।

वंदे गौ मातरम चैरिटेबल ट्रस्ट का यह कदम एक मिसाल है कि किस प्रकार समाज के विभिन्न वर्ग मिलकर एक उद्देश्य के लिए कार्य कर सकते हैं। उम्मीद है कि इस सेंटर के माध्यम से अधिक से अधिक गौवंशों की जान बचाई जा सकेगी और लंपी रोग के संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सकेगा।

इससे न केवल स्थानीय पशुपालकों को राहत मिलेगी, बल्कि यह पहल पूरे जिले के लिए एक सकारात्मक बदलाव का संकेत भी है। आने वाले दिनों में, यदि अन्य क्षेत्र में भी इस तरह के सेंटर स्थापित किए जाएं, तो लंपी रोग के संक्रमण को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।

राजस्थान समाचार हिंदी में

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