जयपुर में नगर निगम की सेवाओं पर उठे सवाल
राजस्थान की राजधानी जयपुर में शहरवासी अपनी समस्याओं को लेकर काफी परेशान हैं। दैनिक भास्कर एप के सिविक इश्यू सेगमेंट के माध्यम से लोग अपनी शिकायतें व्यक्त कर रहे हैं। ये शिकायतें ज्यादातर ऐसी हैं जो आसानी से हल की जा सकती हैं, जैसे कि रोड लाइटों की खराबी, कचरा उठाने में देरी और सीवरेज की समस्याएं।
नगर निगम के अधिकारियों ने बताया है कि वे दैनिक भास्कर एप पर आ रही समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर हैं। जयपुर का हेरिटेज इलाका, जो कि पर्यटन का महत्वपूर्ण केंद्र है, यहां सबसे अधिक शिकायतें गंदगी और सफाई की कमी के संबंध में आई हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यहाँ सफाई कर्मियों की नियमित उपस्थिति नहीं होती और कई बार शिकायतों के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होती।
शिकायतों की मुख्य वजहें
शहरवासी विभिन्न समस्याओं को लेकर नगर निगम से शिकायत कर रहे हैं। इनमें से प्रमुख शिकायतें निम्नलिखित हैं:
- नालियां जाम और जलभराव: वार्ड 74 के निवासी हेमराज वैष्णव ने बताया कि सेठी भवन के पास नालियां चोक हो गई हैं, जिसके कारण सड़क पर पानी जमा हो रहा है।
- कचरे से अतिक्रमण: वार्ड 3 के सोहैल मणियार ने बताया कि बिस्मिल्लाह रोड पर कचरे के ढेर के कारण आधी सड़क अतिक्रमित हो गई है, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है।
- बेसहारा पशुओं की समस्या: वार्ड 20 के बाबूलाल खंडेलवाल का कहना है कि उनके क्षेत्र में बड़ी संख्या में गायें घूमती हैं, जो लोगों की आवाजाही में बाधा डालती हैं।
भास्कर एप द्वारा समाधान
हालांकि, भास्कर एप पर पोस्ट की गई शिकायतों के बाद कई समस्याओं का समाधान किया गया है। उदाहरण के तौर पर, हेरिटेज के वार्ड नंबर 66 में गांधी सर्कल के पास कचरे की सफाई की गई है।
नगर निगम की कमिश्नर डॉ. निधि पटेल ने दैनिक भास्कर एप की इस पहल का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इस एप के माध्यम से उन्हें ग्राउंड लेवल पर समस्याओं की जानकारी मिल रही है। अब तक हेरिटेज क्षेत्र में 100 से अधिक शिकायतों का समाधान किया जा चुका है। उनकी कोशिश है कि समस्याओं का समाधान उसी दिन किया जाए, जिस दिन शिकायत की जाती है।
समस्याओं का समाधान तभी संभव
भास्कर एप का उद्देश्य यह है कि स्थानीय समस्याएं अधिकारियों तक रियल टाइम में पहुंचें। शहर के हर वार्ड, गली और मोहल्ले से लोग अपनी समस्याओं को सीधे व्यक्त कर सकें। लोग अक्सर यह शिकायत करते हैं कि छोटी-छोटी समस्याओं के लिए उन्हें सरकारी दफ्तरों के कई चक्कर काटने पड़ते हैं, लेकिन सुनवाई नहीं होती।
इसलिए, अधिकारियों को चाहिए कि वे भास्कर एप पर आई शिकायतों को गंभीरता से लें और त्वरित समाधान के लिए कदम उठाएं। यदि ऐसा किया जाता है, तो जयपुर शहर की स्थिति में सुधार संभव है।
अधिकारी नियुक्ति और फॉलोअप
दैनिक भास्कर एप पर समस्याओं के समाधान के लिए दो अधिकारियों को नियुक्त किया गया है, जो शिकायतों का समाधान सुनिश्चित करेंगे। मेयर ने भी कहा है कि समस्याओं के खत्म होने तक फॉलोअप जारी रहेगा।
इस प्रकार, भास्कर एप की इस पहल ने नगर निगम और शहरवासियों के बीच संवाद को बढ़ावा दिया है, जिससे समस्याओं का समाधान तेजी से संभव हो रहा है।