Diwali Celebration: पाली में 21 अक्टूबर को मनाएंगे, सर्व सहमति से निर्णय



पाली में हिंदू महोत्सव समिति की बैठक में दीपावली पर्व की तैयारियों पर चर्चा पाली के अग्रसेन भवन में बुधवार शाम को हिंदू महोत्सव समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित…

Diwali Celebration: पाली में 21 अक्टूबर को मनाएंगे, सर्व सहमति से निर्णय

पाली में हिंदू महोत्सव समिति की बैठक में दीपावली पर्व की तैयारियों पर चर्चा

पाली के अग्रसेन भवन में बुधवार शाम को हिंदू महोत्सव समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता हिंदू महोत्सव समिति के संस्थापक सदस्य कमल किशोर गोयल ने की। इस अवसर पर विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और दीपावली पर्व मनाने के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि दीपावली पर्व 21 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इसके साथ ही 22 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा एवं रामा श्यामा का आयोजन भी प्रस्तावित है। इस निर्णय को ज्योतिषाचार्य हर्ष शर्मा, मुकेश शर्मा, नवीन तिवारी और प्रवीण उपाध्याय ने सर्वसम्मति से स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि सागर पंचांग के अनुसार यह तारीखें निश्चित की गई हैं।

ज्योतिषाचार्यों ने दी पूजा विधि की सलाह

बैठक में विद्वान ज्योतिषाचार्यों ने दीपावली की पूजा को लेकर शहरवासियों को सलाह दी। उन्होंने कहा कि लोग अपनी सुविधा और अपने पंडित द्वारा बताए गए समय के अनुसार पूजा करें। इस प्रकार की सलाह से नागरिकों को अपने धार्मिक कार्यों में सुविधा होगी और वे सही समय पर पूजा कर सकेंगे।

हिंदू महोत्सव समिति की इस बैठक में विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री परमेश्वर जोशी, जैन समाज से महेंद्र बोहरा, सिंधी समाज से ललित प्रितमानी, और सिखवाल समाज से हीरालाल व्यास सहित कई समाजों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। इसके अलावा, बाबूलाल नागला, अग्रवाल समाज के अध्यक्ष सुनील गुप्ता, सुनील पोद्दार, प्रजापत समाज से शिव प्रकाश प्रजापत, धानमंडी संगठन से दोलाराम पटेल, सराफा बाजार से हरिप्रकाश व्यास, राजपूत समाज से महेंद्र सिंह नरूका, खंडेलवाल ब्राह्मण समाज से दामोदर शर्मा, नामदेव छीपा समाज से पूर्णप्रकाश परमार, और कान्यकुंज समाज से जयशंकर त्रिवेदी भी इस बैठक में शामिल हुए।

दीपावली: एकता और सौहार्द का प्रतीक

दीपावली पर्व न केवल रोशनी का पर्व है, बल्कि यह एकता और सौहार्द का भी प्रतीक है। इस अवसर पर विभिन्न समाजों के लोग एक साथ मिलकर त्योहार मनाते हैं, जिससे भाईचारे का संदेश फैलता है। बैठक में सभी समाजों के लोगों ने मिलकर दीपावली के आयोजन को भव्य बनाने की योजना बनाई।

कमल किशोर गोयल ने बैठक में उपस्थित सभी प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार की बैठकें समाज में एकता और सहयोग को बढ़ावा देती हैं। उन्होंने सभी समाजों के लोगों से अपील की कि वे इस पर्व को धूमधाम से मनाएं और एक-दूसरे के साथ मिलकर खुशियों का आदान-प्रदान करें।

आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा

  • दीपावली पर्व: 21 अक्टूबर
  • गोवर्धन पूजा: 22 अक्टूबर
  • रामा श्यामा का आयोजन: 22 अक्टूबर

इस बैठक के अंत में सभी सदस्यों ने दीपावली के पर्व को सफल बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने यह भी कहा कि सभी समाज के लोग मिलकर इस पर्व को मनाएंगे और इसे एक यादगार अवसर बनाएंगे। इस प्रकार की एकता से न केवल धार्मिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि सामाजिक सौहार्द भी कायम रहेगा।

अंत में, सभी उपस्थित सदस्यों ने एक-दूसरे को दीपावली की शुभकामनाएं दीं और पर्व को मिलकर मनाने का संकल्प लिया। इस बैठक ने यह साबित कर दिया कि धार्मिक त्योहारों का महत्व केवल पूजा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज को एकजुट करने का अवसर भी प्रदान करता है।

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