जयपुर नगर निगम की सख्ती: अवैध निर्माण पर कार्रवाई
जयपुर में ड्रोन सर्वे के ट्रायल के बाद नगर निगम हेरिटेज ने बिना अनुमति किए जा रहे निर्माण कार्यों पर सख्ती दिखाई है। गुरुवार को कंवर नगर इलाके में एक तीन मंजिला अवैध निर्माण को सीज किया गया। यह कार्रवाई हवामहल जोन उपायुक्त सीमा चौधरी के नेतृत्व में की गई। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि नगर निगम अब अवैध निर्माणों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए तत्पर है।
ड्रोन सर्वे की महत्वपूर्ण भूमिका
दरअसल, बुधवार को हेरिटेज निगम आयुक्त डॉ. निधि पटेल ने शहर में ड्रोन मॉनिटरिंग प्रोजेक्ट का लाइव डेमो देखा था। इस निरीक्षण के दौरान कंवर नगर क्षेत्र में एक भवन का अवैध निर्माण ड्रोन के कैमरे में कैद हुआ। निगम आयुक्त ने इस मामले में तुरंत संबंधित शाखा को कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसके बाद गुरुवार को जोन टीम ने मौके पर पहुंचकर भवन को अस्थायी रूप से सीज कर दिया।
हेरिटेज निगम अब शहर में ड्रोन के माध्यम से अवैध निर्माणों पर नजर रखने की तैयारी कर रहा है। कंवर नगर के ड्रोन फुटेज के जरिए निगम को यह स्पष्ट प्रमाण मिला कि निर्माण कार्य बिना स्वीकृति और भवन नक्शे के किया जा रहा था। इससे यह साबित होता है कि नगर निगम ने तकनीकी माध्यमों का उपयोग करते हुए अवैध निर्माण के खिलाफ सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है।
नगर निगम की आगे की योजना
हवामहल जोन उपायुक्त सीमा चौधरी ने बताया कि ड्रोन फुटेज मिलने के बाद टीम ने मौके पर जाकर जांच की। निर्माण कार्य को रोकने के बाद भवन को अस्थायी रूप से सीज कर दिया गया है। आगे की कार्रवाई भवन स्वामी से स्पष्टीकरण मिलने के बाद की जाएगी। यह कदम नगर निगम की पारदर्शिता और जिम्मेदारी को दर्शाता है।
निगम आयुक्त डॉ. निधि पटेल ने कहा कि ड्रोन सर्वे के जरिए अब शहर में किसी भी अवैध निर्माण को बख्शा नहीं जाएगा। ड्रोन निगरानी से निगम को जमीन पर चल रहे कार्यों की सटीक जानकारी मिलेगी, जिससे कार्रवाई और पारदर्शिता दोनों बढ़ेंगी। उन्होंने यह भी बताया कि ड्रोन सिस्टम में जल्द नाइट विजन और साउंड सिस्टम जोड़े जाएंगे।
नाइट विजन और साउंड सिस्टम की योजना
डॉ. निधि पटेल ने आगे कहा कि नाइट विजन तकनीक की मदद से रात के समय भी अवैध गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी। इससे नगर निगम को उन गतिविधियों के बारे में जानकारी मिलेगी जो सामान्य निगरानी में छिपी रह जाती हैं। यह नई तकनीक न केवल अवैध निर्माण पर रोक लगाने में मदद करेगी, बल्कि अतिक्रमण, कचरा प्रबंधन और सफाई व्यवस्था की बेहतर मॉनिटरिंग भी सुनिश्चित करेगी।
नगर निगम की प्रतिबद्धता
नगर निगम हेरिटेज की यह पहल शहर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। अवैध निर्माण पर रोक लगाकर निगम न केवल शहर के सौंदर्य को बनाए रखेगा, बल्कि नागरिकों के अधिकारों की रक्षा भी करेगा। नगर निगम की यह नई नीति सभी नागरिकों के लिए एक संदेश है कि अवैध निर्माण और अतिक्रमण के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
इस प्रकार, जयपुर नगर निगम ने ड्रोन तकनीक का उपयोग करके अवैध निर्माण के खिलाफ एक नई पहल की है। इससे यह साबित होता है कि नगर निगम अब आधुनिक तकनीकों के सहारे शहर के विकास में पारदर्शिता और सटीकता लाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह कदम न केवल जयपुर को एक सुरक्षित शहर बनाएगा, बल्कि नागरिकों के विश्वास को भी मजबूत करेगा।