Protest: अभाविप का प्रेस्टीज यूजी कैंपस में प्रदर्शन, भवन की जर्जर स्थिति, अनुचित शुल्क वसूली और छात्र उत्पीड़न की जांच की मांग



इंदौर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का उग्र आंदोलन मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में स्थित प्रेस्टीज यूजी कैंपस में आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने छात्रों के…

Protest: अभाविप का प्रेस्टीज यूजी कैंपस में प्रदर्शन, भवन की जर्जर स्थिति, अनुचित शुल्क वसूली और छात्र उत्पीड़न की जांच की मांग

इंदौर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का उग्र आंदोलन

मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में स्थित प्रेस्टीज यूजी कैंपस में आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने छात्रों के साथ हो रहे अन्याय और कॉलेज में लगातार हो रही अनियमितताओं के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। परिषद के सदस्यों ने बड़ी संख्या में कॉलेज परिसर में पहुंचकर अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की और प्रशासन के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया।

कॉलेज प्रशासन के खिलाफ ज्ञापन सौंपने का प्रयास

इस प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने कॉलेज के डायरेक्टर एस.एस. भाकर को ज्ञापन सौंपने का प्रयास किया, लेकिन वे मौके पर उपस्थित नहीं हुए। जब छात्रों ने ज्ञापन देने की कोशिश की, तब अचानक पुलिस भी मौके पर पहुंच गई, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। पुलिस की उपस्थिति के बाद धक्का-मुक्की की घटनाएं भी हुईं। एक पुलिसकर्मी ने कार्यकर्ताओं में से एक को जीप में बैठाने का प्रयास किया, लेकिन छात्रों ने इसका विरोध किया और अपनी मांगों पर अड़े रहे।

पुलिस कार्रवाई पर परिषद की प्रतिक्रिया

पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर परिषद ने इसे अत्यंत निंदनीय करार दिया है। परिषद का कहना है कि छात्राओं के साथ इस प्रकार का दुर्व्यवहार किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस के हस्तक्षेप के बावजूद, कार्यकर्ताओं ने तीन घंटे तक अपना आंदोलन जारी रखा और अपनी मांगों को प्रमुखता से उठाया।

छात्रों की प्रमुख मांगें

छात्रों ने कई महत्वपूर्ण मांगें उठाई हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • कॉलेज में विद्यार्थियों के लिए एक स्वयं का खेल मैदान उपलब्ध कराया जाए, ताकि खेल एवं सहशैक्षणिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिल सके।
  • कॉलेज के भवन की जर्जर छतों की तुरंत मरम्मत की जाए ताकि कक्षाओं में सीलन और पानी टपकने की समस्या समाप्त हो सके।
  • लेट फीस की अनुचित वसूली को तुरंत रोका जाए, जिससे विद्यार्थियों पर अनावश्यक आर्थिक बोझ न पड़े।
  • फीस जमा न करने पर परीक्षा से वंचित करने या निष्कासन जैसी अमानवीय नीतियों पर रोक लगाई जाए।
  • विद्यार्थियों के प्रति लगातार अभद्र व्यवहार करने वाले डायरेक्टर एस.एस. भाकर को तत्काल पद से हटाया जाए, ताकि कॉलेज में एक स्वस्थ और भयमुक्त शैक्षणिक वातावरण स्थापित हो सके।

आंदोलन का अगला चरण

महानगर मंत्री देवेश गुर्जर ने कॉलेज प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि इन सभी मांगों पर सात दिनों के भीतर ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो विद्यार्थी परिषद आगामी चरण में एक व्यापक और उग्र आंदोलन की योजना बनाएगी। परिषद ने स्पष्ट किया है कि वह प्रेस्टीज कॉलेज के छात्रों के अधिकारों और सम्मान की रक्षा के लिए हर स्तर पर संघर्ष करेगी और प्रशासनिक दमन के आगे झुकने के लिए तैयार नहीं है।

छात्रों का संघर्ष जारी

इस आंदोलन ने इंदौर के शैक्षणिक माहौल में हलचल मचा दी है। छात्रों का यह प्रयास न केवल उनके अधिकारों के लिए है, बल्कि यह अन्य कॉलेजों के छात्रों के लिए भी एक प्रेरणा बन सकता है। परिषद का यह कदम दर्शाता है कि छात्र अपने अधिकारों के लिए खड़े होने को तैयार हैं और वे किसी भी परिस्थिति में अन्याय को सहन नहीं करेंगे।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं का यह प्रदर्शन यह साबित करता है कि छात्र संगठनों की आवाज़ को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। छात्रों का यह संघर्ष इस बात का प्रतीक है कि जब बात उनके अधिकारों की आती है, तो वे किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना करने को तैयार हैं।

MP News in Hindi

लेखक –