Operation Sweet Clean: MP में गरुण दल की जबलपुर के बाजारों में छापेमारी, दर्जनों सैंपल भोपाल भेजे गए



जबलपुर में मिठाइयों में मिलावट रोकने के लिए प्रशासन ने किया ‘गरुण दल’ का गठन जबलपुर में त्योहारों की तैयारियों के बीच मिठाइयों में मिलावट की रोकथाम के लिए प्रशासन…

Operation Sweet Clean: MP में गरुण दल की जबलपुर के बाजारों में छापेमारी, दर्जनों सैंपल भोपाल भेजे गए

जबलपुर में मिठाइयों में मिलावट रोकने के लिए प्रशासन ने किया ‘गरुण दल’ का गठन

जबलपुर में त्योहारों की तैयारियों के बीच मिठाइयों में मिलावट की रोकथाम के लिए प्रशासन ने ‘गरुण दल’ का गठन किया है। यह दल शनिवार से शहर के विभिन्न क्षेत्रों जैसे पाटन, सिहोरा और पनागर में खोवा, मावा और मिठाइयों की सघन जांच कर रहा है। इस विशेष अभियान के तहत अब तक **77 मामले** दर्ज किए जा चुके हैं, जिससे साफ होता है कि प्रशासन इस बार मिलावटखोरी के खिलाफ सख्त कदम उठा रहा है।

खाद्य सुरक्षा अधिकारी की चेतावनी

खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय कुमार वर्मा ने इस विषय में जानकारी साझा करते हुए कहा कि त्योहारों के दौरान खोवा और मिठाई की खपत में वृद्धि होती है, जिससे मिलावट की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं। उन्होंने बताया कि उपभोक्ताओं को असुरक्षित खाद्य पदार्थों से बचाने के लिए बाजारों में गुणवत्ता की निगरानी अत्यंत आवश्यक है। इस विशेष दल में तहसीलदार और एसडीएम सहित कई अन्य अधिकारी भी शामिल हैं, जो इस अभियान को सफल बनाने में जुटे हैं।

नमूनों की जांच और कानूनी कदम

गरुण दल ने गोरखपुर खोवा मंडी, मदन महल, पाटन, सिहोरा और पनागर से मावा और उससे बने खाद्य पदार्थों के नमूने एकत्र किए हैं। इन सभी नमूनों को **राज्य प्रयोगशाला भोपाल** भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद यदि कोई नमूना अमानक पाया जाता है, तो संबंधित व्यापारी के खिलाफ अदालत में प्रकरण दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह कदम उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए उठाया जा रहा है।

पिछले वर्ष में दर्ज मामले और जुर्माने

खाद्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक वर्ष में **72 मामले** एडीएम न्यायालय में और **5 मामले** सीजीएम न्यायालय में दर्ज किए गए हैं। इन मामलों में कई व्यापारियों पर ₹1 लाख, ₹50 हजार और ₹30 हजार तक के जुर्माने लगाए जा चुके हैं। पिछले पांच महीनों से दूध, पनीर और मावा उत्पादों की लगातार जांच जारी है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन इस दिशा में गंभीर है।

छापेमारी के दौरान हुई कार्रवाई

छापेमारी के दौरान कई दुकानों पर गंदगी और हानिकारक रंगों का उपयोग पाया गया। दमोह नाका स्थित बाबू भाई मिष्ठान भंडार में अत्यधिक गंदगी मिलने पर लाइसेंस निलंबित करने की कार्रवाई की गई है। यह कार्रवाई उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए की गई है।

गोरखपुर के हीरा स्वीट्स पर भी कार्रवाई

गोरखपुर के हीरा स्वीट्स से खोवा और मिठाई के नमूने भी जांच के लिए भोपाल भेजे गए हैं। इसके अतिरिक्त, पांच अन्य दुकानों पर ‘गाय छाप’ जैसे प्रतिबंधित हाई डेंसिटी कलर का उपयोग करते पाए जाने पर उनके खिलाफ न्यायालय में प्रकरण दर्ज किए गए हैं। यह कदम खाद्य सुरक्षा के मानकों को बनाए रखने के लिए उठाया गया है।

उपभोक्ताओं के लिए संदेश

इस प्रकार के सख्त कदमों से यह संदेश जाता है कि प्रशासन उपभोक्ताओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर है और मिलावटखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए तैयार है। उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे मिठाइयों की खरीदारी करते समय सावधानी बरतें और गुणवत्ता की जांच अवश्य करें। त्योहारों के मौसम में मिठाइयों की मांग बढ़ने के कारण मिलावट की संभावनाएं बढ़ जाती हैं, इसलिए सतर्क रहना आवश्यक है।

इस प्रकार के अभियान से आशा की जाती है कि बाजार में मिलने वाली मिठाइयाँ अधिक सुरक्षित और गुणवत्ता वाली होंगी, जिससे उपभोक्ता स्वास्थ्य के प्रति सजग रह सकें।

एमपी समाचार हिंदी में

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