सतना में पिता-पुत्र के बीच शराब के नशे में हुए विवाद में पिता की हत्या
सतना। मध्य प्रदेश के सतना जिले में एक गंभीर घटना सामने आई है, जहां शराब के नशे में पिता और पुत्र के बीच झगड़ा इतना बढ़ गया कि बेटे ने अपने पिता की पीट-पीट कर हत्या कर दी। यह घटना रविवार शाम को बदखर क्षेत्र में हुई। विवाद के दौरान पिता को गंभीर चोटें आईं, जिसके चलते उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
मृतक का परिचय और पारिवारिक स्थिति
मृतक का नाम भइयन मवासी (उर्फ गुल्ली मवासी) था, जो 45 वर्ष के थे। वह मूल रूप से बरौंधा थाना क्षेत्र के कैमहा गांव के निवासी थे। भइयन पिछले 15 वर्षों से सतना-सेमरिया मार्ग पर बदखर में एक लकड़ी के टाल में मजदूरी कर रहे थे। उनके साथ उनके बेटे रिंकू और अन्य परिवार के सदस्य भी वहां काम करते थे। इस घटना ने न केवल परिवार बल्कि आसपास के समुदाय में भी शोक की लहर फैला दी है।
घटनाक्रम का विवरण
रविवार शाम को भइयन और उनके बेटे रिंकू ने शराब का सेवन किया, जिसके बाद उनके बीच विवाद शुरू हो गया। इस झगड़े के दौरान रिंकू ने टाल में पड़ा एक डंडा उठाया और अपने पिता पर हमला कर दिया। इस दौरान टाल में काम करने वाले अन्य कर्मचारियों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, लेकिन तब तक भइयन को सिर और नाक में गंभीर चोटें आ चुकी थीं।
घायल भइयन को तत्काल निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल भेजने की सलाह दी। लेकिन, दुर्भाग्यवश, वह अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में ही दम तोड़ चुके थे। यह घटना न केवल परिवार के लिए एक बड़ा सदमा है, बल्कि समाज के लिए भी एक चिंता का विषय बन गई है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
घटना की सूचना मिलने पर कोलगवां थाना प्रभारी टीआई सुदीप सोनी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। घटना के समय, रिंकू को नशे की हालत में टाल के कर्मचारियों ने एक कमरे में बंद कर दिया था। पुलिस ने रिंकू को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। टीआई सोनी ने बताया कि विवाद रात 8 बजे के करीब हुआ था।
पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और घटनाक्रम की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। इस तरह की घटनाएं समाज में शराब के नशे के दुष्परिणामों को उजागर करती हैं, और यह एक गहरी चिंता का विषय है कि कैसे पारिवारिक संबंध भी नशे के कारण टूट सकते हैं।
समाज में शराब के नशे के प्रभाव
शराब के नशे की समस्याएं केवल व्यक्तिगत स्तर पर नहीं, बल्कि सामुदायिक स्तर पर भी गंभीर प्रभाव डालती हैं। यह न केवल परिवारों को तोड़ती है, बल्कि समाज में हिंसा और अपराध को भी बढ़ावा देती है। ऐसे मामलों की बढ़ती संख्या से यह स्पष्ट है कि नशे की लत से छुटकारा पाने के लिए समाज को जागरूक करने की आवश्यकता है।
इस घटना ने एक बार फिर इस बात की पुष्टि की है कि शराब पीने के बाद नियंत्रण खोना कितनी गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। समाज के हर वर्ग को इस दिशा में काम करने की जरूरत है ताकि ऐसे खतरनाक मामलों से बचा जा सके।
इस घटना के बाद स्थानीय लोग भी चिंता व्यक्त कर रहे हैं और सरकार से नशे की समस्या को हल करने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि पारिवारिक संबंधों को सुरक्षित रखने के लिए हमें अपनी जिम्मेदारियों को समझना होगा।