मध्य प्रदेश में आर्थिक धोखाधड़ी का मामला: 34 लाख रुपये की ठगी का आरोप
मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले के चंदेरी थाना क्षेत्र में एक गंभीर आर्थिक धोखाधड़ी का मामला उजागर हुआ है। यहाँ एक व्यक्ति पर **34 लाख रुपये** की ठगी का आरोप लगाया गया है। पीड़ित व्यक्ति, **जहीन अहमद** (56), जो खिड़की दरवाजा निवासी हैं, ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के एक एजेंट पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है, जिससे उनकी मेहनत की कमाई का बड़ा हिस्सा लुट गया है।
LIC एजेंट ने निवेश के लिए किया प्रेरित
पुलिस को दिए गए आवेदन में जहीन अहमद ने बताया कि चंदेरी के निवासी **सत्येन्द्र चतुर्वेदी**, जो एक LIC एजेंट हैं, ने उन्हें **LJCC** और **SSV** नामक दो कंपनियों में निवेश के लिए प्रेरित किया। जहीन और उनके परिवार के अन्य सदस्य, जिनमें उनकी पत्नी **समीना खानम** और पुत्र **मोहम्मद फराज अख्तर** शामिल हैं, इन दोनों कंपनियों में **70 लाख रुपये** की राशि FD और MIP योजनाओं में जमा कर चुके थे। यह निवेश उनके भविष्य के लिए एक सुरक्षित वित्तीय योजना के रूप में देखा गया था।
FD तोड़कर 34 लाख रुपये की राशि हड़पने का आरोप
जहीन ने पुलिस को बताया कि इनमें से **सात FD**, जो कि 24 जुलाई 2024 को परिपक्व होनी थीं, की कुल राशि लगभग **34 लाख रुपये** थी। जहीन का आरोप है कि सत्येन्द्र चतुर्वेदी ने उनके FD की मूल रसीदें यह कहकर ले लीं कि वह कंपनी से नकद राशि निकालकर उन्हें देगा। लेकिन सत्येन्द्र ने इन FD को तोड़कर **34 लाख रुपये** की राशि स्वयं निकाल ली और उन्हें वापस नहीं की। यह धोखाधड़ी जहीन के लिए एक बड़ा झटका साबित हुई है, जिससे उनका आर्थिक भविष्य खतरे में पड़ गया है।
LJCC और SSV नाम की कंपनियों पर गंभीर आरोप
जहीन अहमद ने यह भी बताया कि उनके और उनके परिवार के नाम से LJCC और SSV कंपनी में अब भी लगभग **53 लाख रुपये** की FD और MIP योजनाएँ चल रही हैं, जो भविष्य में परिपक्व होंगी। उन्होंने इन कंपनियों के पदाधिकारियों पर भी धोखाधड़ी का आरोप लगाया है और कहा है कि इन कंपनियों ने उन्हें ठगी का शिकार बनाया है। चंदेरी पुलिस ने इस मामले में **धारा 318(4)** और **316(2) BNS** के तहत अपराध दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की योजना
चंदेरी पुलिस ने जहीन अहमद की शिकायत के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए जांच टीम का गठन किया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए जांच की जाएगी और यदि सत्येन्द्र चतुर्वेदी एवं संबंधित कंपनियों के खिलाफ कोई ठोस प्रमाण मिले, तो उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, अन्य पीड़ितों को भी पुलिस द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी, ताकि उन्हें न्याय मिल सके।
धोखाधड़ी से बचने के उपाय
इस घटना ने लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को उजागर किया है। आर्थिक धोखाधड़ी के मामलों से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियों को अपनाना चाहिए:
- किसी भी निवेश के लिए दस्तावेज़ों की अच्छी तरह से जांच करें।
- पैसे निवेश करने से पहले किसी भी एजेंट या कंपनी की विश्वसनीयता सुनिश्चित करें।
- आर्थिक योजनाओं के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए विशेषज्ञों से परामर्श करें।
- किसी भी प्रकार का निवेश करने से पहले अपने परिवार के सदस्यों से चर्चा करें।
आर्थिक सुरक्षा के लिए सजग रहना आवश्यक है। जहीन अहमद की घटना से यह स्पष्ट हो जाता है कि हमें अपने पैसे को सुरक्षित रखने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए। पुलिस ने वादा किया है कि वे इस मामले में पूरी गंभीरता से कार्रवाई करेंगे और दोषियों को सजा दिलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।
इस मामले की आगे की जानकारी और जांच की प्रगति पर नजर रखी जाएगी। जहीन अहमद और उनके परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद है, जिससे वे अपनी खोई हुई राशि को वापस पा सकें।