“Fashion: इतिहास के चिकित्सकीय रूप से खतरनाक फैशन ट्रेंड्स”



ऐतिहासिक चिकित्सा जोखिम से भरे फैशन ट्रेंड ऐतिहासिक फैशन के खतरनाक ट्रेंड्स फैशन का इतिहास एक ऐसा अध्याय है जिसमें सौंदर्य की खोज में महिलाओं ने कई जोखिम उठाए। कई…

“Fashion: इतिहास के चिकित्सकीय रूप से खतरनाक फैशन ट्रेंड्स”






ऐतिहासिक चिकित्सा जोखिम से भरे फैशन ट्रेंड


ऐतिहासिक फैशन के खतरनाक ट्रेंड्स

फैशन का इतिहास एक ऐसा अध्याय है जिसमें सौंदर्य की खोज में महिलाओं ने कई जोखिम उठाए। कई बार ये जोखिम उनके स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक साबित हुए। दबाने वाले कॉर्सेट, आर्सेनिक-लेस्ड कपड़े और ऊँचे प्लेटफार्म जूते जैसे फैशन ट्रेंड्स ने केवल असुविधा ही नहीं दी, बल्कि गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी पैदा की। आइए जानते हैं ऐसे कुछ प्रमुख फैशन ट्रेंड्स के बारे में जो अपने समय में बेहद लोकप्रिय रहे लेकिन स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हुए।

1. दबाने वाले कॉर्सेट

19वीं शताब्दी में, कॉर्सेट्स महिलाओं के लिए एक अनिवार्य वस्त्र बन गए थे। इनका इस्तेमाल शरीर को एक विशिष्ट आकार देने के लिए किया जाता था। हालांकि, ये बेहद तंग होते थे और इससे आंतरिक अंगों पर दबाव पड़ता था। कई महिलाओं ने इस तंग लुक के लिए अपने स्वास्थ्य की कीमत चुकाई। इसके चलते कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं जैसे सांस लेने में कठिनाई और पाचन संबंधी समस्याएं उत्पन्न हुईं।

2. आर्सेनिक-लेस्ड कपड़े

19वीं सदी में हरा रंग फैशन में बहुत प्रचलित था, जो अक्सर आर्सेनिक के उपयोग से बनाया जाता था। इस हानिकारक रसायन के संपर्क में आने से महिलाओं को गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा। आर्सेनिक से बने कपड़ों में त्वचा की जलन, श्वसन समस्याएं और अन्य कई बीमारियाँ शामिल थीं।

3. ऊँचे प्लेटफार्म जूते

चोपिन्स, जो ऊँचे प्लेटफार्म वाले जूते होते थे, 16वीं और 17वीं सदी में बेहद लोकप्रिय थे। ये जूते न केवल असुविधाजनक थे, बल्कि कई बार गिरने या चोट लगने का कारण भी बनते थे। इनकी ऊँचाई के कारण कई महिलाओं को पैर में गंभीर चोटें आईं।

4. पैर बंधन (फुट बाइंडिंग)

चीन में प्राचीन काल से पैर बंधन एक प्रथा थी, जिसमें लड़कियों के पैरों को तंग कपड़े में बांधकर उन्हें छोटा किया जाता था। यह प्रथा सौंदर्य के मानक के रूप में देखी जाती थी, लेकिन इससे महिलाओं को चलने में कठिनाई और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता था।

5. क्रिनोलिन आग

19वीं सदी में क्रिनोलिन एक लोकप्रिय फैशन था, जिसमें बड़े और गोल आकार के स्कर्ट का उपयोग किया जाता था। हालांकि, ये स्कर्ट ज्वलनशील सामग्री से बनी होती थीं और इनके कारण कई महिलाओं को गंभीर आग लगने की घटनाओं का सामना करना पड़ा।

6. बेलाडोना आँखों की ड्रॉप्स

19वीं सदी में, महिलाएं अपनी आँखों को चमकदार बनाने के लिए बेलाडोना नामक एक विषैला रसायन का उपयोग करती थीं। हालांकि, इसका सेवन बहुत हानिकारक था और इससे कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हुईं, जैसे कि दृष्टि संबंधी समस्याएं।

7. एडवर्डियन कॉलर

एडवर्डियन युग में कॉलर का प्रचलन था, जो अक्सर तंग होते थे। इन कॉलर्स का उपयोग करना महिलाओं के लिए असुविधाजनक था और इससे उनकी गर्दन में दर्द और अन्य समस्याएं होती थीं।

निष्कर्ष

फैशन का इतिहास केवल सुंदरता और शैली का नहीं, बल्कि महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक ट्रेंड्स का भी है। इन ऐतिहासिक फैशन ट्रेंड्स ने यह सिद्ध कर दिया कि कभी-कभी सुंदरता के लिए किए गए प्रयासों का परिणाम बेहद हानिकारक हो सकता है। आज के समय में, जब हम फैशन के नए मानक देख रहे हैं, हमें यह याद रखना चाहिए कि स्वास्थ्य हमेशा प्राथमिकता होनी चाहिए।


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