Gold: केरल कांग्रेस नेता का दावा, सबरीमाला मंदिर से गायब हुआ 5 किलोग्राम सोना, सीबीआई जांच की मांग



केरल विधानसभा में सोने की चोरी का विवाद तिरुवनंतपुरम: केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस विधायक वीडी सथेesan ने सोमवार को आरोप लगाया कि यूबी समूह और विजय…

Gold: केरल कांग्रेस नेता का दावा, सबरीमाला मंदिर से गायब हुआ 5 किलोग्राम सोना, सीबीआई जांच की मांग

केरल विधानसभा में सोने की चोरी का विवाद

तिरुवनंतपुरम: केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस विधायक वीडी सथेesan ने सोमवार को आरोप लगाया कि यूबी समूह और विजय माल्या द्वारा सबरिमाला मंदिर को दान किया गया 5 किलोग्राम से अधिक सोना ग़ायब हो गया है। उन्होंने इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा केरल उच्च न्यायालय की निगरानी में कराने की मांग की।

सथेesan ने एएनआई को बताया, “यह एक बहुत गंभीर मामला है… यूबी समूह और विजय माल्या ने सबरीमाला मंदिर को विभिन्न चीजों के प्लेटिंग के लिए 30 किलोग्राम से अधिक सोने का दान दिया था। दुर्भाग्यवश, कुछ बिचौलियों के माध्यम से, उस सोने में से 5 किलोग्राम से अधिक चुराया गया।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ग़ायब हुए सोने की वास्तविक मात्रा और अधिक हो सकती है और त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड और राज्य सरकार पर मामले को छिपाने का आरोप लगाया।

मामले की गंभीरता और राजनीतिक निहितार्थ

सथेesan ने कहा, “हम मानते हैं कि आगे की जांच से ग़ायब सोने का सही वजन पता चलेगा, जो और भी अधिक हो सकता है… देवस्वोम बोर्ड और सरकार इससे अवगत थे, लेकिन उन्होंने संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कोई आपराधिक कार्यवाही शुरू नहीं की।” कांग्रेस नेता ने आगे आरोप लगाया कि देवस्वोम बोर्ड के सदस्य और कुछ सरकारी लोग इस कथित कवर-अप में शामिल हैं।

उन्होंने कहा, “देवस्वोम बोर्ड के सदस्य और सरकार में कुछ लोग इस मामले में शामिल हैं। वे इस मामले को लंबे समय तक छिपाने का प्रयास कर रहे थे। उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के कारण यह मामला उजागर हुआ… हम मांग करते हैं कि इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा केरल उच्च न्यायालय की निगरानी में की जाए।”

विधानसभा में हंगामा और विरोध प्रदर्शन

इससे पहले दिन में, केरल विधानसभा में विपक्ष ने सबरीमाला मंदिर के गर्भगृह में प्लेटिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सोने की शीट के कथित गायब होने पर हंगामा किया। इस हंगामे के कारण अध्यक्ष एएन शमसीर को प्रश्नकाल को रद्द कर पूरे सदन को अस्थायी रूप से स्थगित करना पड़ा।

विपक्ष के विधायक, जो नारों और बैनरों के साथ “अय्यप्पन का सोना चोरी, मंदिर लुटेरों द्वारा खा लिया गया” जैसे नारे लगा रहे थे, अध्यक्ष के मंच के चारों ओर इकट्ठा हो गए और सदन के भीतर प्रदर्शन किया। वित्त मंत्री केएन बालगोपाल ने विपक्ष की कार्रवाई की निंदा की और disruption को “असामान्य और अनुचित” बताया, जबकि अध्यक्ष शमसीर ने कहा कि कार्यवाही में बाधा डालना “लोगों के प्रति अपमान” है।

निष्कर्ष और आगे की राह

इस विवाद ने केरल की राजनीति में एक नया मोड़ ले लिया है। विपक्ष का यह आरोप और विधानसभा में किया गया हंगामा यह दर्शाता है कि इस मामले में राजनीतिक तनाव बढ़ सकता है। अब यह देखना बाकी है कि क्या केरल उच्च न्यायालय इस मामले में जांच की अनुमति देगा और सीबीआई की कार्रवाई कब होगी।

प्रश्न यह है कि क्या इस मामले की गहराई तक जांच होगी और क्या वास्तविकता का सामना करने के लिए सरकार तैयार है। राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जिसका प्रभाव राज्य की राजनीति पर पड़ सकता है। इस विवाद ने न केवल सबरीमाला मंदिर के प्रति श्रद्धा रखने वालों को प्रभावित किया है, बल्कि यह चर्चाओं का विषय भी बन गया है।

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