श्रीनगर में भारी बारिश ने बढ़ाई चुनौतियाँ, मौसम विभाग ने दी चेतावनी
श्रीनगर: जम्मू और कश्मीर के कई हिस्सों में भारी बारिश ने तापमान में गिरावट ला दी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, “भारी बारिश, हल्की से मध्यम बारिश, बिजली के साथ तूफान और तेज़ हवाएँ (30-40 किमी प्रति घंटा)” आज श्रीनगर को प्रभावित करेंगी। इस स्थिति ने न केवल मौसम को प्रभावित किया है, बल्कि लोगों की दैनिक गतिविधियों में भी बाधा उत्पन्न की है।
जम्मू में स्कूलों की बंदी का फैसला
इससे पहले, जम्मू और कश्मीर सरकार ने यहाँ भारी बारिश की भविष्यवाणी के बाद जम्मू डिवीजन में स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया था। सरकार द्वारा जारी किए गए सर्कुलर के अनुसार, जम्मू में सभी सरकारी और निजी स्कूल 6 से 7 अक्टूबर तक बंद रहेंगे। यह निर्णय छात्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
राजौरी क्षेत्र में बारिश के कारण हुए नुकसान
राजौरी क्षेत्र में पहले हुई भयंकर बारिश ने व्यापक नुकसान पहुँचाया है। स्थानीय निवासियों को क्षतिग्रस्त घरों, धंसी सड़कों और नष्ट हुई फसलों के कारण कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा, बारिश के कारण उत्पन्न कई भूस्खलनों ने जिले में कई रास्तों को अवरुद्ध कर दिया है। वहीं, उत्तर बंगाल में भी भारी बारिश ने भूस्खलन और गंभीर जलभराव को जन्म दिया, जिससे कई जिलों, जैसे कि दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी में व्यापक नुकसान, सड़क अवरोध और जनहानि हुई है।
दार्जिलिंग में बारिश से हुई जनहानि
दार्जिलिंग में कम से कम 18 लोगों की मौत की सूचना मिली है। लगातार बारिश ने पश्चिम बंगाल के उत्तर में शनिवार रात और रविवार की सुबह तबाही मचाई, जिसकी पुष्टि सोमवार को जिला प्रशासन ने की। इस आपदा ने न केवल मानव जीवन को प्रभावित किया, बल्कि वहाँ के बुनियादी ढाँचे को भी गंभीर नुकसान पहुँचाया है।
भविष्यवाणी और संभावित उपाय
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और अधिक बारिश की संभावना जताई है। इस संदर्भ में, स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। इसके अलावा, लोगों से कहा गया है कि वे ऐसी जगहों पर न जाएँ जहाँ जलभराव या भूस्खलन की आशंका हो।
स्थानीय प्रशासन की तैयारियाँ
स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों के लिए आवश्यक तैयारियाँ की हैं। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में खाद्य सामग्री, चिकित्सा सुविधाएँ और अन्य आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए टीमें गठित की हैं। इसके साथ ही, सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे स्थिति की निगरानी करें और समय समय पर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
निष्कर्ष
भारी बारिश और उसके परिणामस्वरूप होने वाली आपदाएँ लोगों के जीवन पर गहरा असर डालती हैं। इस समय, जम्मू और कश्मीर के साथ-साथ उत्तर बंगाल के क्षेत्रों में स्थिति गंभीर है। प्रशासन की कोशिश है कि लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जाए, ताकि इस प्राकृतिक आपदा के प्रभाव को कम से कम किया जा सके। सभी नागरिकों से अपील की गई है कि वे सावधानी बरतें और अपने आसपास के लोगों की देखभाल करें।