“Bihar Polls: ‘Mother Of All Elections’ होंगे – CEC ज्ञानेश कुमार”



बिहार विधानसभा चुनाव 2025: चुनाव आयुक्त का बड़ा बयान बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियाँ नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नजदीक आते ही, मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार…

“Bihar Polls: ‘Mother Of All Elections’ होंगे – CEC ज्ञानेश कुमार”



बिहार विधानसभा चुनाव 2025: चुनाव आयुक्त का बड़ा बयान

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियाँ

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नजदीक आते ही, मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने सोमवार को इसे “सभी चुनावों की मां” करार दिया। उन्होंने इस चुनाव की महत्वता और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने में संस्थागत विश्वास को रेखांकित किया। यह बयान चुनावी प्रक्रिया के प्रति बढ़ती राजनैतिक उत्सुकता और मतदाता सूची के संशोधन तथा मतदान संबंधी व्यवस्थाओं की गहन निगरानी के बीच आया है।

चुनाव आयोग की तैयारियों पर जोर

कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चुनाव आयोग यह सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहा है कि चुनाव की प्रक्रिया सुचारु रूप से चले। उन्होंने कहा, “यह बिहार के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण चुनाव होगा — जो हमारी पूरी चुनावी मशीनरी की परीक्षा लेगा।” उनके अनुसार, प्रशासनिक तैयारियों और मतदाता के विश्वास का साथ-साथ होना आवश्यक है।

मतदाता सूची का विशेष संशोधन

हाल ही में, चुनाव आयोग ने बिहार में मतदाता सूची के लिए विशेष गहन संशोधन (SIR) कार्य पूरा किया है, जो कि पिछले 22 वर्षों में पहला बड़ा बदलाव है। कुमार ने SIR के समय और आवश्यकता का बचाव करते हुए कहा कि चुनावों के निकट इसे करना अनुचित नहीं है, जैसा कि कुछ राजनीतिक वर्गों ने आरोप लगाया है।

चुनाव सुधारों की नई पहल

जैसे ही चुनावी प्रक्रिया जोर पकड़ती है, चुनाव आयोग ने यह भी संकेत दिया है कि इस चुनाव में 100% वेब-कास्टिंग, मतदान केंद्रों पर मतदाता सीमाओं को कड़ा करना और पहचान तंत्र में सुधार जैसे उपाय शामिल होंगे। ये सभी सुधार चुनाव की पारदर्शिता और निष्पक्षता को सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे हैं।

राजनीतिक दृष्टिकोण और चुनौतियाँ

विशेषज्ञों का मानना है कि “सभी चुनावों की मां” का लेबल यह दर्शाता है कि चुनाव आयोग इस चुनाव को कैसे देखता है — एक संस्थागत ताकत की परीक्षा, जो राजनीतिक दबावों के बीच होगी। बिहार में होने वाले इस चुनाव को NDA और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है, जहां दोनों पक्ष पहले से ही रणनीतिक सक्रियता में लगे हुए हैं।

चुनाव आयुक्त का साक्षात्कार

कुमार ने कुछ राजनीतिक वर्गों द्वारा उठाए गए “घुसपैठिए मतदाताओं” के आरोपों पर टिप्पणी से बचते हुए कहा कि वे सिर्फ तथ्यों और आंकड़ों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव आयोग का मुख्य उद्देश्य निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव सुनिश्चित करना है।

निष्कर्ष

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियाँ अपने अंतिम चरण में हैं और चुनाव आयोग ने इसे सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। यह चुनाव न केवल बिहार की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पूरे देश के लिए एक उदाहरण भी प्रस्तुत करेगा कि कैसे चुनावी प्रक्रियाओं को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाए रखा जा सकता है। सभी की नज़रें अब इस महत्वपूर्ण चुनाव पर हैं, जो बिहार के भविष्य को आकार देगा।


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