असम सरकार का महत्वपूर्ण कदम
असम: एक महत्वपूर्ण विकास में, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को घोषणा की कि राज्य सरकार ने गृहमंत्रालय (MHA) से सिंगापुर के साथ आपराधिक न्याय सहयोग संधि (MLAT) को लागू करने का औपचारिक अनुरोध किया है, जो कि गायक जूबीं गर्ग की मौत से संबंधित है। इस कदम का उद्देश्य जूबीं गर्ग की मौत के मामले में सभी आवश्यक जानकारी और सहयोग प्राप्त करना है।
विशेष जांच दल का गठन
इस मामले की विस्तृत जांच के लिए एक विशेष असम पुलिस टीम, जिसमें पुलिस अधीक्षक सुधाकर सिंह और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तरुण गोयल शामिल हैं, मंगलवार, 30 सितंबर को सिंगापुर के लिए रवाना होगी। यह टीम मामले से जुड़े सभी व्यक्तियों से पूछताछ करेगी, जिनमें यॉट के कप्तान, अस्पताल के स्टाफ, होटल के कर्मचारी और वे एनआरआई शामिल हैं जो गायक के निधन से पहले उनके संपर्क में थे।
मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री सरमा ने X प्लेटफॉर्म पर लिखा, “असम सरकार ने हमारे प्रिय जूबीं के दुर्भाग्यपूर्ण निधन के संबंध में सिंगापुर के साथ MLAT लागू करने का औपचारिक अनुरोध किया है। एक बार लागू होने पर, यह सिंगापुर की अधिकारियों से पूर्ण सहयोग सुनिश्चित करेगा, जिससे हमें मामले के विवरण और दोषियों को वापस लाने के लिए सहायता प्राप्त होगी।”
जूबीं गर्ग की मौत की जानकारी
जूबीं गर्ग की मृत्यु 19 सितंबर को सिंगापुर में हुई थी, जब वह उत्तर पूर्व भारत महोत्सव में शामिल होने गए थे और कथित तौर पर डूबने की घटना में उनकी जान चली गई। उनके शव को दिल्ली लाया गया और फिर गुवाहाटी ले जाकर 21 सितंबर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
उनके अंतिम संस्कार में हजारों प्रशंसक शामिल हुए, जिनमें मुख्यमंत्री सरमा और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू भी शामिल थे। इस दुखद घटना के बाद, 27 सितंबर को मुख्यमंत्री सरमा ने लोगों से अपील की कि वे मामले के बारे में अफवाहें न फैलाएं और आश्वासन दिया कि सरकार न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री का संदेश
उन्होंने कहा, “हमारे सरकार पर विश्वास रखें। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारे प्रिय जूबीं के मामले में न्याय प्राप्त हो। यदि हम असफल होते हैं, तो कृपया हमें दंडित करें। लेकिन लोगों के दुख का उपयोग अफवाहों और गलत सूचना फैलाने के लिए न करें।”
निष्कर्ष
असम सरकार की यह पहल न केवल जूबीं गर्ग की मौत के मामले में न्याय की मांग कर रही है, बल्कि यह लोगों को यह विश्वास दिलाने का प्रयास भी कर रही है कि सरकार उनके साथ है। सिंगापुर के साथ सहयोग को लेकर उठाए गए कदम इस दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकते हैं। अब सभी की नजरें इस मामले पर हैं और उम्मीद है कि जल्द ही सचाई सामने आएगी।