जावेद हबीब और उनका परिवार मल्टी-क्रोड़ क्रिप्टो धोखाधड़ी मामले में फंसे
प्रसिद्ध हेयरस्टाइलिस्ट जावेद हबीब और उनका परिवार अब एक मल्टी-क्रोड़ क्रिप्टो धोखाधड़ी मामले में आरोपी बन गए हैं। संभल पुलिस ने जावेद हबीब, उनके पिता हबीब अहमद, और उनके पुत्र अनुश हबीब के खिलाफ 20 मामलों में शिकायत दर्ज की है। इन पर आरोप है कि इन्होंने 100 से अधिक लोगों से करोड़ों रुपये का धोखा किया है। पुलिस ने उनके और उनके बेटे के खिलाफ एक लुकआउट नोटिस भी जारी किया है, क्योंकि पुलिस उन्हें ट्रैक करने में असफल रही है। प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह मामला दो साल पहले का है। 2023 में, उत्तर प्रदेश के संभल जिले के सरायतरीन क्षेत्र में स्थित वेनकट हॉल में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
इस कार्यक्रम में लगभग 150 प्रतिभागियों को बिटकॉइन और बिनेंस कॉइन्स में निवेश पर 50-70 प्रतिशत लाभ का दावा किया गया था। जब उनकी निवेश राशि लौटाने में विफलता हुई, तो निवेशकों ने पुलिस से संपर्क किया और अपनी समस्या बताई।
पुलिस की कार्रवाई और जांच की गहराई
स्थानीय पुलिस टीमें अब मुंबई और दिल्ली में संभावित ठिकानों पर छापेमारी की तैयारी कर रही हैं। ऐसा माना जा रहा है कि जावेद हबीब दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में अपने निवास से इस धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे थे। उनका यह निवास फोलिक्ल ग्लोबल कंपनी का पंजीकृत पता भी है, जो इस कथित स्कैम का केंद्र बिंदु था। हबीब परिवार ने अब कंपनी बंद कर दी है और वे फरार हो गए हैं। पुलिस का कहना है कि जांच के आगे बढ़ने पर और भी नाम जोड़े जा सकते हैं।
जावेद हबीब की पहचान और उनके करियर का सफर
जावेद हबीब एक प्रसिद्ध हेयरस्टाइलिस्ट हैं, जो जावेद हबीब हेयर एंड ब्यूटी लिमिटेड के स्वामी हैं, जो पूरे देश में कार्यरत है। उनके दादा नजीर अहमद ने लॉर्ड लिंलिथगो, लॉर्ड माउंटबेटन, और जवाहरलाल नेहरू के लिए आधिकारिक हेयरड्रेसर के रूप में कार्य किया। उनके पिता, हबीब अहमद, ने भी राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति के लिए काम किया। अपने पिता के साथ काफी समय काम करने के बाद, 2000 में जावेद ने अपना स्वतंत्र सैलून शुरू किया, जिसे जावेद हबीब हेयर एंड ब्यूटी कहा जाता है। वे एकमात्र हेयरस्टाइलिस्ट हैं जिन्हें द टाइम्स और फोर्ब्स पत्रिका में फीचर किया गया है।
जावेद हबीब केवल एक हेयरस्टाइलिस्ट ही नहीं, बल्कि एक राजनीतिज्ञ भी हैं। उन्होंने अप्रैल 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने का निर्णय लिया।
धोखाधड़ी का खामियाजा और आगे की कार्रवाई
जावेद हबीब के खिलाफ चल रहे इस मामले ने न केवल उनकी व्यक्तिगत पहचान को प्रभावित किया है, बल्कि उनके व्यवसाय और परिवार की प्रतिष्ठा को भी दांव पर लगा दिया है। पुलिस की कार्रवाई तेजी से चल रही है और उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही हबीब और उनके परिवार के सदस्य गिरफ्तार किए जाएंगे।
इस मामले ने लोगों के बीच क्रिप्टोकरेंसी के प्रति बढ़ती जागरूकता को भी उजागर किया है। अब निवेशकों को सावधान रहने की सलाह दी जा रही है, ताकि वे धोखाधड़ी के शिकार न हों। पुलिस ने इस मामले में सभी संभावित सुरागों का पता लगाने का आश्वासन दिया है।
निष्कर्ष
जावेद हबीब का यह मामला न केवल एक व्यक्तिगत स्कैंडल है, बल्कि समाज में बढ़ती वित्तीय धोखाधड़ी की प्रवृत्ति पर भी प्रकाश डालता है। ऐसे मामलों में सतर्क रहना बेहद जरूरी है, ताकि आम जनता को सुरक्षित रखा जा सके। पुलिस की जांच और कार्रवाई इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।