नरसिंहपुर जिले केDungaria गांव में अंधविश्वास के आरोपों के चलते सोमवती बाई को सामाजिक और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है। तांत्रिक और गांव वालों ने उनसे गैरकानूनी वसूली की मांग की है। पुलिस की आलोचना के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसके कारण लड़की ने एसपी से गुहार लगाई है।
नयादुनिया कंसल्टेंट, नरसिंहपुर। जिले के मुँगवानी पुलिस थाना क्षेत्र के जंगल स्थित Dungaria गांव में अंधविश्वास के नाम पर मानसिक और सामाजिक उत्पीड़न का एक गंभीर मामला सामने आया है। सोमवती बाई, जो कि दिवंगत नेत्राम गौड़ की पत्नी हैं, ने नरसिंहपुर के पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है कि गांव के कुछ लोग और आसपास के लोग उन पर जादू-टोने के झूठे आरोप लगा रहे हैं। वे उन्हें धमका रहे हैं और गैरकानूनी वसूली की मांग कर रहे हैं।
जादू-टोने के नाम पर वसूली और धमकी
- सोमवती बाई ने कहा कि 2 मार्च 2025 को गांव में जादू-टोने से संबंधित एक घटना हुई थी, जिसके बाद गांव वालों ने उन पर झूठा आरोप लगाया। आरोप है कि छिंदवाड़ा जिले के तिनसाई गांव का निवासी सिपासी उके गांव आकर लोगों को डराता है।
- उसने सोमवती से 30,000 रुपये नकद, कपड़े, छह मुर्गी, दो बकरी, एक घाटा और एक घाटिया की मांग की है। मांग पूरी नहीं करने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
समाज ने किया बहिष्कार
- महिला ने बताया कि जब वह मुँगवानी पुलिस थाने में शिकायत लेकर पहुंची, तो पुलिस ने मामले को समाज में ही सुलझाने की सलाह दी। इसके बाद समाज ने सोमवती और उसके बेटे गोपाल का गांव में बहिष्कार कर दिया।
- सोमवती ने एतितलाल गौड़, अमरलाल गौड़ और सिपासी उके पर धमकी देने और सामाजिक बहिष्कार का आरोप लगाया।
पुलिस कार्रवाई की मांग
गरीब और असहाय होने का हवाला देते हुए सोमवती ने कहा कि वह न तो मांगी गई राशि दे सकती है और न ही अंधविश्वासी आरोपों का सामना कर सकती है। 10 मार्च को पुलिस थाने में शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने पर उसने पुनः पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई।
पुलिस का बयान
मुँगवानी पुलिस थाने के प्रभारी संजय सूर्यवंशी ने बताया कि मामला आपसी विवाद का है। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया है और आवश्यक कार्रवाई की है। हालांकि, महिला की शिकायत की गंभीरता से जांच की जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि अंधविश्वास से संबंधित मामलों में त्वरित कार्रवाई आवश्यक है, ताकि सामाजिक सद्भाव बने रह सके।