भिंड के पुलिस अधीक्षक मीडिया के साथ अनुशासनहीनता के विवादों में उलझे हुए हैं, जबकि नर्मदापुरम के पुलिस अधीक्षक गुरकरण सिंह को तीन साल हो चुके हैं। इसी तरह, भोपाल में तैनात रियाज इकबाल को भी तीन साल हो गए हैं। वहीं, कुछ DIG को पदोन्नति मिली है और वे IG बन गए हैं, लेकिन उनकी तैनाती में कोई बदलाव नहीं आया है।
मध्य प्रदेश में पुलिस अधिकारियों की तैनाती को लेकर एक नया नियम बनाया जा रहा है।
राज्य सरकार जल्द ही विवादित और पदोन्नत पुलिस अधीक्षकों को हटाने की योजना बना रही है। इसके साथ ही, जिन पुलिस अधिकारियों की तैनाती एक ही जगह पर तीन साल से अधिक हो गई है, उन्हें भी बदला जाएगा। पुलिस मुख्यालय इस संबंध में एक प्रस्ताव तैयार कर रहा है, जिसे गृह विभाग के माध्यम से मुख्यमंत्री मोहन यादव को भेजा जाएगा।
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल।
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कुछ महत्वपूर्ण बातें:
– पुलिस अधिकारियों को उच्च पदों के लिए चार महीने से अधिक समय से इंतजार कर रहे हैं।
– रियाज इकबाल को भोपाल में तैनात हुए भी तीन साल हो चुके हैं।
– कुछ DIG को IG में पदोन्नत किया गया है, लेकिन उनकी तैनाती में कोई बदलाव नहीं आया है।
इन सभी अधिकारियों को नई तैनाती दी जा सकती है। राज्य सरकार ने दिसंबर 2024 में IG संतोष कुमार सिंह द्वारा चार पुलिस अधीक्षकों को DIG के पद पर पदोन्नत किया। जगत सिंह राजपूत, जो DIG से IG बने हैं, उनकी रिटायरमेंट अगस्त 2025 में है।
इनकी उच्च पद पर तैनाती के लिए चार महीने से अधिक का इंतजार हो चुका है। इनके अलावा, चिंदवाड़ा के DIG सचिन कुमार अतुलकर, चंबल रेंज के DIG कुमार सौरभ, और कृष्णवहिनी देसावतु को भी IG के पद पर पदोन्नत किया गया है।
कृष्णवहिनी गृह विभाग में सचिव हैं और बाकी तीन अधिकारियों को भी उसी पद पर पदोन्नत किया गया है।
DIG बनने के बाद भी ये अधिकारी नई तैनाती की उम्मीद कर रहे हैं। इनमें शामिल हैं: विजय कुमार खत्री, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, रेडियो भोपाल, विनीत कुमार जैन, पुलिस अधीक्षक, अशोक नगर, मनोज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक, धार, और राकेश कुमार सिंह, सहायक निरीक्षक सामान्य पुलिस SISF, पुलिस मुख्यालय, भोपाल।