MP बोर्ड की दूसरी परीक्षा 2025: एमपी बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की दूसरी परीक्षा का एजेंडा जारी कर दिया गया है। यह परीक्षा 17 जून से शुरू होगी। इस परीक्षा में वे छात्र शामिल हो सकेंगे जो पहली परीक्षा में फेल हुए थे या अनुपस्थित रहे थे। इसके अलावा, जो छात्र पास हो चुके हैं, वे कक्षा सुधार के लिए भी परीक्षा दे सकते हैं।
एमपी बोर्ड की यह दूसरी परीक्षा पहली बार आयोजित की जा रही है।
हाइलाइट्स:
– फेल या अनुपस्थित छात्रों को मौका मिलेगा, साथ ही पास छात्र भी परीक्षा दे सकेंगे।
– परीक्षा के नियम वही रहेंगे, अगले कक्षा में अस्थायी प्रवेश की सुविधा मिलेगी।
– सभी विषयों में फेल छात्र सभी विषयों की परीक्षा दे सकेंगे।
नई दुनिया के प्रतिनिधि, ग्वालियर (एमपी बोर्ड परीक्षा): मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (MPBSE) के अनुसार, जो छात्र दसवीं और बारहवीं की परीक्षा में फेल हुए या अनुपस्थित रहे, उन्हें 17 जून से फिर से परीक्षा देने का मौका मिलेगा। बोर्ड परीक्षा के परिणामों के बाद, दोनों कक्षाओं के 15,967 छात्र इस परीक्षा में बैठकर अपना पूरा साल बचा सकते हैं।
आपको बता दें कि नई शिक्षा नीति के तहत, अब छात्रों की पूरक परीक्षा नहीं होगी। छात्रों को जिन विषयों में फेल हुए हैं, उन्हें फिर से परीक्षा देनी होगी, और पूरक अंक उनकी मार्कशीट में नहीं लिखे जाएंगे। यदि छात्र सभी विषयों में फेल हो जाते हैं, तो उन्हें सभी विषयों की परीक्षा देने का मौका मिलेगा।
बोर्ड ने दूसरी परीक्षा के लिए भी एजेंडा जारी किया है। दूसरी परीक्षा में परीक्षा केंद्र पर पहुंचने के लिए जो अन्य नियम हैं, वे फरवरी-मार्च में हुई परीक्षा के समान रहेंगे।
इस परीक्षा की विशेषता:
दूसरी परीक्षा में छात्र सभी विषयों की परीक्षा दे सकेंगे। इसके साथ ही, जो छात्र पास हो चुके हैं, वे कक्षा सुधार के लिए भी परीक्षा दे सकते हैं। पहले परीक्षा में अनुपस्थित रहे छात्रों को भी इस परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा।
पूरे साल का नुकसान नहीं होगा:
इसका मतलब है कि छात्र का पूरा साल बर्बाद नहीं होगा। जो छात्र परीक्षा देंगे, उन्हें परिणाम आने तक अगले कक्षा में अस्थायी रूप से प्रवेश मिल सकता है। इससे उनकी अगले परीक्षा की पढ़ाई पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
परीक्षा आयोजित करने की तैयारियां शुरू हो गई हैं:
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड 17 जून से दूसरी और बारहवीं की परीक्षा आयोजित करेगा और इसके लिए एजेंडा घोषित कर दिया गया है। परीक्षा आयोजित करने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस परीक्षा में पास होने से पूरे साल का नुकसान नहीं होगा और अगले कक्षा में अवसर मिलेगा। – अजय कटियार, जिला शिक्षा अधिकारी, ग्वालियर।