छत्तीसगढ़ में बिजली दरों में वृद्धि और बिजली बिल हाफ योजना के खिलाफ युवा कांग्रेस का प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ में बिजली के दामों में वृद्धि और बिजली बिल हाफ योजना के बंद होने के विरोध में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने रविवार को बालोद में सड़कों पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बुधवारी बाजार और नयापारा में सैकड़ों युवाओं के साथ हस्ताक्षर अभियान चलाया, जिसमें उन्होंने सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाई। इस दौरान, चौक-चौराहों पर नुक्कड़ सभा भी आयोजित की गई, जिसमें बिजली दरों में वृद्धि और योजना के बंद होने से जनता पर पड़ने वाले आर्थिक बोझ की चर्चा की गई।
प्रदर्शन में शामिल युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सरकार की नीतियों की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि जब बिजली जैसी बुनियादी आवश्यकता पर जनता को राहत मिलनी चाहिए, तब सरकार ने इसे बोझ बना दिया है। इस प्रदर्शन का उद्देश्य सरकार को याद दिलाना था कि आम जनता को बेसहारा नहीं छोड़ा जा सकता।
प्रदेशस्तरीय विरोध प्रदर्शन की योजना
इस प्रदर्शन के दौरान नगर पालिका बालोद के पार्षद सुमित शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस द्वारा बढ़े हुए बिजली दरों के विरोध में एक प्रदेशस्तरीय चरणबद्ध कार्यक्रम चलाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस कड़ी में बालोद में यह प्रदर्शन आयोजित किया गया है।
सुमित शर्मा ने कहा कि “बिजली जैसी बुनियादी आवश्यकता पर जनता को राहत मिलनी चाहिए, न कि बोझ।” उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की नीतियों के कारण गरीब, किसान, मजदूर और मध्यम वर्गीय परिवार बेहद परेशान हैं। उनका कहना था कि सरकार को इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए और तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।
आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है
युवा कांग्रेस के शहर अध्यक्ष साजन पटेल ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा कि “बिजली बिल बढ़ने और योजना बंद होने से किसानों, मजदूरों, मध्यमवर्गीय परिवारों और छोटे व्यापारियों पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है।” उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में बिजली बिल की दरों में चार से दस गुना बढ़ोतरी हुई है, जबकि कांग्रेस सरकार के दौरान यह बिल हाफ था।
साजन पटेल ने यह भी बताया कि सरकार की नीतियों से आम जनता की आर्थिक स्थिति बुरी तरह प्रभावित हो रही है। इस बढ़ोतरी के कारण कई परिवारों को अपने दैनिक खर्चों में कटौती करनी पड़ रही है, जो कि एक गंभीर चिंता का विषय है।
उग्र आंदोलन की चेतावनी
बालोद के पार्षद सतीश यादव ने इस मुद्दे पर और भी गंभीरता से बात करते हुए कहा कि “अगर सरकार ने बढ़ाए गए बिजली रेट को वापस नहीं लिया, तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।” उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार का जनता से कोई सरोकार नहीं है, जिसके कारण जनता को परेशान किया जा रहा है।
सतीश यादव ने यह भी कहा कि सरकार को चाहिए कि वह जनता की समस्याओं को समझे और उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठाए। उनके अनुसार, यदि समय रहते इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया गया, तो युवा कांग्रेस और अन्य संगठन मिलकर एक बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
प्रदर्शन में शामिल नेता और कार्यकर्ता
इस दौरान कार्यक्रम में कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे, जिनमें विधानसभा के अध्यक्ष संदीप साहू, जिला प्रशासनिक महामंत्री आदित्य दुबे, उपाध्यक्ष दीपक सानू पाल, देवेंद्र साहू, दिनेश्वर साहू, शहर उपाध्यक्ष फैज अली, अजहर तिगाला, कान्हा, धीरज यादव और पार्षद चंद्रहास साहू शामिल थे।
यह प्रदर्शन इस बात का संकेत है कि छत्तीसगढ़ की जनता अपनी समस्याओं को लेकर कितनी गंभीर है और वे अपने अधिकारों के लिए लड़ने का संकल्प ले चुके हैं। युवा कांग्रेस का यह आंदोलन आने वाले दिनों में और भी उग्र रूप ले सकता है, यदि सरकार ने उचित कदम नहीं उठाए।