कोरबा जिले में प्रेम के नाम पर युवक ने किया आत्मघाती कदम
कोरबा जिले के देवपहरी गांव में एक युवक ने अपने प्यार को साबित करने के लिए जहर पीकर आत्महत्या कर ली। इस युवक की पहचान कृष्ण कुमार पंडो के रूप में हुई है, जिसकी उम्र 20 वर्ष थी। कृष्ण कुमार एक युवती से गहरे प्रेम में था, लेकिन जब युवती के परिजनों को इस प्रेम प्रसंग की जानकारी मिली, तो उन्होंने कृष्ण कुमार को अपने घर बुलाया।
जब परिवार के सदस्यों ने कृष्ण से पूछा कि वह उनकी बेटी से कितना प्यार करता है, तो उन्होंने उसे एक गिलास में कीटनाशक घोलकर पीने के लिए दिया। युवक ने यह कहते हुए जहर पी लिया कि वह उनकी बेटी से बहुत प्यार करता है। यह घटना लेमरू थाना क्षेत्र में हुई, जो स्थानीय समुदाय में चर्चा का विषय बन गई है।
परिवार की प्रतिक्रिया और घटनाक्रम
कृष्ण कुमार पंडो का उसी गांव की एक युवती के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। मृतक युवक की मौसी कस्तूरी कुमारी ने बताया कि जहर पीने के बाद कृष्ण की तबीयत बिगड़ने लगी। युवती के परिजनों ने उसे रास्ते में छोड़ दिया, जिससे उसकी स्थिति गंभीर हो गई।
जब युवती के परिवार को कृष्ण की हालत के बारे में जानकारी मिली, तो वे उसे अस्पताल ले गए। युवक की जेब से ‘555’ नामक कीटनाशक की शीशी भी मिली, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि उसने आत्मघाती कदम उठाया था।
इलाज के दौरान युवक की मृत्यु
कृष्ण कुमार को आनन-फानन में लेमरू के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, लेकिन उसकी हालत बिगड़ने पर उसे जिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया। लेकिन, वहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इस मामले पर जिला अस्पताल के चौकी प्रभारी विश्व नारायण ने बताया कि मेडिकल अस्पताल से मिले मेमो के आधार पर परिजनों के बयान दर्ज किए गए हैं।
इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया है, बल्कि यह एक गंभीर सवाल भी खड़ा करता है कि क्यों प्रेम के नाम पर कुछ लोग इतना बड़ा कदम उठाने को मजबूर होते हैं। यह घटना प्यार और परिवार के बीच के जटिल रिश्तों को उजागर करती है, जहां कभी-कभी प्यार को साबित करने के लिए व्यक्ति अपनी जान तक दे देता है।
समाज में बढ़ती तनाव और प्रेम का मतलब
इस प्रकार की घटनाएं हमें यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि क्या आज का समाज प्रेम के सही मायने को समझता है? क्या हमारी सोच इतनी संकीर्ण हो गई है कि हम प्रेम को एक परीक्षा के रूप में लेते हैं? यह घटनाएँ न केवल एक युवक की जान लेती हैं, बल्कि समाज में भी नकारात्मक प्रभाव डालती हैं।
इस तरह की घटनाओं के पीछे छिपे कारणों का विश्लेषण करना आवश्यक है। क्या यह केवल परिवार का दबाव है, या फिर समाज का नजरिया? प्रेम का सही मतलब क्या है? क्या यह केवल एक भावना है, या फिर इसे साबित करने के लिए किसी को अपनी जान भी देनी पड़ सकती है?
निष्कर्ष
कृष्ण कुमार पंडो की घटना एक दुखद उदाहरण है कि कैसे प्यार और परिवार के बीच का तनाव एक व्यक्ति को आत्मघाती कदम उठाने के लिए मजबूर कर सकता है। हमें इस तरह की घटनाओं से सीख लेनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रेम को एक सकारात्मक और सुरक्षित दृष्टिकोण से देखा जाए। समाज को इस दिशा में आगे बढ़ने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसा कोई भी मामला न हो।
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छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा में एक युवक ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली। कीटनाशक पीते हुए उसने वीडियो भी बनाया जिसमें वो अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहा है। यह घटना नवागढ़ थाना के किरित गांव की है।
यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि हमें प्रेम को समझने और उसके प्रति संवेदनशील रहने की आवश्यकता है।