इंदिरा गांधी कृषि विवि के नए कुलसचिव की नियुक्ति
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में नए कुलसचिव के रूप में कपिलदेव दीपक की नियुक्ति की गई है। कृषि विकास एवं किसान कल्याण विभाग ने इस संबंध में आधिकारिक आदेश जारी कर दिया है। कपिलदेव दीपक की नियुक्ति से विश्वविद्यालय में नई ऊर्जा का संचार होने की उम्मीद जताई जा रही है, जो कृषि और संबंधित क्षेत्रों में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती है।
अन्य महत्वपूर्ण नियुक्तियाँ
इस आदेश में केवल कपिलदेव दीपक की नियुक्ति ही नहीं, बल्कि यशवंत केराम को भी महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय में प्रतिनियुक्ति पर नियुक्त किया गया है। यशवंत केराम वर्तमान में सरगुजा कृषि संभाग के संयुक्त संचालक के रूप में कार्यरत हैं। उनकी यह नई जिम्मेदारी उन्हें कृषि क्षेत्र में और अधिक अनुभव प्रदान करेगी, जिससे वे अपने क्षेत्र में और बेहतर कार्य कर सकें।
कपिलदेव दीपक का कार्य अनुभव
कपिलदेव दीपक इससे पहले कृषि संचालनालय में संयुक्त संचालक के पद पर कार्यरत थे। उनकी नई भूमिका में उन्हें विश्वविद्यालय का प्रभार सौंपा गया है, जिससे उनकी नेतृत्व क्षमता और विशेषज्ञता का लाभ विश्वविद्यालय को मिलेगा। उनके अनुभव और ज्ञान से विश्वविद्यालय के विकास में महत्वपूर्ण योगदान की उम्मीद की जा रही है।
आरएल खरे की प्रतिनियुक्ति समाप्त
इस नियुक्ति के साथ ही आरएल खरे की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर दी गई है। वे पूर्व में उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय में कुलसचिव के पद पर कार्यरत थे। अब उन्हें उनके मूल विभाग में वापस भेज दिया गया है और वे छग कृषक कल्याण परिषद में संयुक्त संचालक का दायित्व संभालेंगे। यह निर्णय विभाग की कार्यप्रणाली को सुचारू और प्रभावी बनाने के लिए लिया गया है।
कृषि और किसान कल्याण में बदलाव की उम्मीद
कपिलदेव दीपक और यशवंत केराम की नियुक्तियाँ छत्तीसगढ़ में कृषि और किसान कल्याण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव लाने की अपेक्षा की जा रही है। इन दोनों अधिकारियों के पास कृषि क्षेत्र में कार्य करने का व्यापक अनुभव है, जो निश्चित रूप से राज्य के किसानों के लिए लाभदायक साबित होगा।
छत्तीसगढ़ में कृषि का भविष्य
छत्तीसगढ़ राज्य में कृषि का भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है, और नए कुलसचिव का कार्यभार संभालना इसे और भी मजबूत करेगा। कपिलदेव दीपक की नेतृत्व क्षमता और उनकी योजनाओं से राज्य के किसानों को बेहतर सेवाएँ और संसाधन उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं।
निष्कर्ष
कपिलदेव दीपक और यशवंत केराम की नियुक्तियाँ न केवल इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के लिए, बल्कि समग्र रूप से छत्तीसगढ़ के कृषि क्षेत्र के लिए भी एक नई दिशा प्रदान करेंगी। इन नियुक्तियों के माध्यम से किसान कल्याण और कृषि विकास के क्षेत्रों में बेहतर नीतियों और कार्यक्रमों का विकास संभव होगा।