Repairing जैक से टकराया हमसफर एक्सप्रेस का इंजन: पेंड्रारोड रेलवे ट्रैक पर हादसा टला; रेलवे कर्मचारी निलंबित, 9 गिरफ्तार



गौरेला-पेंड्रा मरवाही में बड़ा रेल हादसा टलने की घटना गौरेला-पेंड्रा मरवाही जिले में एक बड़ा रेल हादसा टल गया, जिससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। यह घटना 7 अक्टूबर को…

Repairing जैक से टकराया हमसफर एक्सप्रेस का इंजन: पेंड्रारोड रेलवे ट्रैक पर हादसा टला; रेलवे कर्मचारी निलंबित, 9 गिरफ्तार

गौरेला-पेंड्रा मरवाही में बड़ा रेल हादसा टलने की घटना

गौरेला-पेंड्रा मरवाही जिले में एक बड़ा रेल हादसा टल गया, जिससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। यह घटना 7 अक्टूबर को पेंड्रारोड रेलवे स्टेशन के समीप हुई, जब हर्री और वेकटनगर स्टेशन के बीच बिना किसी आधिकारिक अनुमति के ट्रैक रिपेयरिंग का कार्य चल रहा था। इस दौरान दुर्ग-हजरत निजामुद्दीन हमसफर एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 22867) ट्रैक पर आ गई थी।

इस हादसे के दौरान ट्रैक पर काम कर रहे मजदूरों की लापरवाही के कारण ट्रेन के इंजन का जैक से टकराना लगभग सुनिश्चित था। हालांकि, लोको पायलट की कुशलता और सूझबूझ से समय रहते ब्रेक लगा दिए गए, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया और ट्रेन में सवार सभी यात्री सुरक्षित रहे। यह घटना रेलवे सुरक्षा के नियमों के उल्लंघन की ओर इशारा करती है, जिससे अधिकारियों में खलबली मच गई।

रेलवे कर्मचारी का निलंबन और मजदूरों की गिरफ्तारी

घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की। रेलवे कर्मचारी जवाहर लाल, जो कि इस ट्रैक रिपेयरिंग कार्य का पर्यवेक्षण कर रहे थे, को तुरंत निलंबित कर दिया गया। इसके अलावा, पेंड्रारोड रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) ने इस मामले में 9 मजदूरों को गिरफ्तार किया है। उन्हें न्यायालय में पेश किया गया है।

यह कार्य बिना किसी आधिकारिक कार्यादेश के किया जा रहा था, जिसे रेलवे अधिकारियों ने सुरक्षा का गंभीर उल्लंघन माना है। रेलवे प्रशासन ने बताया कि इस मामले की गहन जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाती है, जिसके चलते यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।

रेलवे सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन

रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था में इस तरह की लापरवाहियां यात्रियों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती हैं। जब भी ट्रैक पर कोई मरम्मत या रिपेयरिंग कार्य किया जाता है, तो इसके लिए आवश्यक अनुमतियां और सुरक्षा उपायों का पालन करना अनिवार्य होता है। इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि लापरवाही की कीमत कितनी भारी पड़ सकती है।

  • ट्रैक पर बिना अनुमति के रिपेयरिंग कार्य चल रहा था।
  • लोको पायलट की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टला।
  • रेलवे कर्मचारी को निलंबित किया गया।
  • 9 मजदूरों को गिरफ्तार किया गया।

इस घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि वे इस घटना से सीख लेकर भविष्य में ऐसी लापरवाहियों को रोकने के लिए और अधिक सख्त उपाय करेंगे।

यात्री अब इस घटना के बाद अपनी यात्रा के दौरान और अधिक सतर्क रहेंगे। साथ ही, रेलवे प्रशासन पर भी सुरक्षा के मानकों को बनाए रखने का दबाव बढ़ेगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।

निष्कर्ष

गौरेला-पेंड्रा मरवाही में हुआ यह बड़ा रेल हादसा हमें यह याद दिलाता है कि सुरक्षा हमेशा प्राथमिकता होनी चाहिए। रेलवे विभाग को चाहिए कि वे ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई करें और सुनिश्चित करें कि यात्रियों की सुरक्षा को कोई खतरा न पहुंचे। इस घटना से सभी संबंधित अधिकारियों को सीख लेने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाहियों से बचा जा सके।

आखिरकार, एक सुरक्षित यात्रा हर यात्री का अधिकार है और इसे सुनिश्चित करना हर विभाग की जिम्मेदारी है।

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