Chhattisgarh News: ननकीराम के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया गया- चरण दास का बयान, वरिष्ठ आदिवासी नेता सभी वर्गों के हित में करते हैं काम



पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर के साथ बर्ताव पर डॉ. चरण दास महंत का बयान छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर के…

Chhattisgarh News: ननकीराम के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया गया- चरण दास का बयान, वरिष्ठ आदिवासी नेता सभी वर्गों के हित में करते हैं काम

पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर के साथ बर्ताव पर डॉ. चरण दास महंत का बयान

छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर के साथ हुए बर्ताव पर गहरी चिंता और दुख व्यक्त किया है। यह बयान उन्होंने अपने कोरबा प्रवास के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए दिया। डॉ. महंत का कहना है कि आदिवासी मुख्यमंत्री के प्रशासन में एक वरिष्ठ आदिवासी नेता के साथ इस तरह का बर्ताव बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है।

उन्होंने कहा कि यदि यह जानकारी सत्य है कि ननकी राम कंवर को हाउस अरेस्ट किया गया है, तो यह एक अत्यंत दुखद स्थिति है। महंत ने इसे प्रदेश की राजनीति के लिए एक काली छाया बताया, जो कि आदिवासी समाज के प्रति सरकार की असंवेदनशीलता को दर्शाता है। उन्होंने इस घटनाक्रम को प्रदेश के आदिवासी समुदाय के लिए एक बड़ा धक्का मानते हुए इसकी कड़ी निंदा की।

ननकी राम कंवर की समाज सेवा की सराहना

डॉ. चरण दास महंत ने ननकी राम कंवर की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे केवल आदिवासी समुदाय के लिए नहीं, बल्कि सभी वर्गों के लोगों के कल्याण के लिए काम करते हैं। उन्होंने बताया कि कंवर ने गरीबों, किसानों और अन्य समाज के कमजोर वर्गों के हितों के लिए हमेशा आवाज उठाई है। वे कोरबा में प्रदूषण, कोयला चोरी और राखड़ जैसी समस्याओं पर भी सक्रिय रूप से ध्यान दे रहे हैं।

महंत ने यह भी बताया कि ननकी राम कंवर गाय-बछड़ों का पालन करते हैं और उनकी सेवा में लगे रहते हैं। भले ही ननकी राम कंवर भाजपा के सदस्य हैं और डॉ. महंत कांग्रेस के, लेकिन महंत ने कहा कि वे अभी भी कंवर का सम्मान करते हैं। उन्होंने ऐसे कई उदाहरणों का उल्लेख किया, जब उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं को सुनने के लिए ननकी राम कंवर के साथ दौरा किया।

कोरबा प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल

महंत ने ननकी राम कंवर के साथ हो रहे बर्ताव को गलत बताते हुए उनकी मांगों का समर्थन किया। इसके अलावा, उन्होंने कोरबा जिले की प्रशासनिक व्यवस्था पर भी प्रश्न उठाए। उन्होंने कहा कि कलेक्टर, एसपी और एसईसीएल की प्रशासनिक जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभाई जा रही है, जिससे जनहित प्रभावित हो रहा है।

डॉ. महंत ने यह भी स्पष्ट किया कि इस तरह की घटनाएं समाज में असमानता और अन्याय को बढ़ावा देती हैं। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि वे ऐसे मामलों में संवेदनशीलता दिखाएं और आदिवासी नेताओं के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार करें। उनके अनुसार, एक लोकतांत्रिक समाज में सभी वर्गों को समान अधिकार और सम्मान मिलना चाहिए।

आदिवासी समुदाय की आवाज उठाने की आवश्यकता

डॉ. महंत ने जोर देते हुए कहा कि यह समय है कि हम सभी मिलकर आदिवासी समुदाय की आवाज उठाएं और उनके अधिकारों की रक्षा करें। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अनुरोध किया कि वे इस मामले में एकजुट होकर काम करें और आदिवासी नेताओं के प्रति हो रहे अन्याय को समाप्त करें।

इस घटनाक्रम ने एक बार फिर से यह सिद्ध कर दिया है कि राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर हमें समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए सोचना चाहिए। ननकी राम कंवर की स्थिति से यह स्पष्ट होता है कि हमें अपने आदिवासी नेताओं का सम्मान करना चाहिए और उनके अधिकारों के लिए लड़ना चाहिए।

अंत में, डॉ. महंत ने सभी से यह अपील की कि वे आदिवासी समुदाय के साथ खड़े रहें और उनके साथ होने वाले अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं। उनका मानना है कि एक सशक्त समाज के लिए यह अत्यंत आवश्यक है कि हम सभी वर्गों के लोगों के अधिकारों का सम्मान करें और उनकी समस्याओं को समझें।

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